बड़े लोगों की बातें

श्रेय लेने की होड़
चुनाव का साल है, जाहिर है ऐसे में नेताओं में कार्यों का श्रेय लेने की होड़ लग ही जाती है। ताजा मामला निर्माण कार्यों से जुड़े मजदूरों के विभाग का है। यहां जब करोड़ों की लागत से मुख्यमंत्री ने विद्यालय की घोषणा की थी, तब तत्कालीन मंत्री ने दिन-रात एक कर उसे प्रदेश के प्रमुख चारों शहरों के लिए पास करा लिया था। देखा जाए तो यह मंत्रीजी की उपलब्धि ही थी, लेकिन उधर विद्यालयों का निर्माण पूर्ण हुआ और इधर फेरबदल में मंत्रीजी का विभाग बदल गया। अब नए मंत्री जब इस उपलब्धि को अपनी झोली में डालने के लिए उत्साहित हैं तो ऐेसे में पुराने मंत्री जी भी श्रेय लेने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। बात घूम-फिरकर विद्यालयों पर आ ही जाती है। वैसे मामला सिर्फ मंत्रियों तक ही नहीं जुड़ा, इसी विभाग के एक आला अफसर भी इसका श्रेय लेना चाहते थे, आखिर उन्होंने इस कार्य में काफी मेहनत जो की थी, लेकिन सरकार ने हाल ही में उनका भी तबादला कर दिया। … खबरची