मायनोरिटीज फाउंडेशन ऑफ इंडिया अध्यक्ष भोपाल दौरे पर
सिटी रिपोर्टर
भोपाल, 30 दिसम्बर। केन्द्र से लागू योजनाओं का क्रियान्वयन प्रदेशों में नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते रोजगार मूलक कोर्सेस शुरू नहीं हो पा रहे हैं। यह योजनाएं लागू हों तो बेरोजगारी के हालात खत्म हो सकते हैं। बिहार, यूपी, झारखंड के बाद मप्र में दौरा करने पर भी यही हालात नजर आए हैं। इस मामले की रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, शिक्षा मंत्री आदि को सौंपने की तैयारी की जा रही है।
मायनोरिटीज फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष परवेज सिद्दीकी ने यह बात कही। वे यूपी, बिहार, झारखंड सहित कई प्रदेशों का दौरा करने के बाद मप्र के दौरे पर आए हैं। प्रदेश में इंदौर, देवास, विदिशा, रायसेन का दौरा करने के बाद अब भोपाल के हालात देख-समझ रहे हैं। उन्होंने यहां केन्द्र सरकार द्वारा संचालित गरीब नवाज टेक्निकल स्कीम और मदरसा आधुनिकीकरण की योजनाओं का जायजा लिया।
रोजगार योजनाओं पर ध्यान नहीं
सिद्दीकी ने कहा कि केन्द्र द्वारा गरीब नवाज तकनीकी योजना के तहत 6-6 माह के शार्ट टर्म तकनीकी कोर्सेस शुरू किए हैं। मंशा यह है कि इन कोर्स से मिलने वाले सर्टिफिकेट के जरिये युवाओं को आसानी से रोजगार मिल सके। इसके लिए केन्द्र ने बड़ी राशि का प्रावधान भी किया है। लेकिन इसमें शामिल किए जाने वाले राज्य सरकार के अंश से बचने के लिए राज्यों में इन योजनाओं को अमल में नहीं लाया जा रहा है। जिसका नुकसान भावी पीढ़ी को उठाना पड़ सकता है।
प्रदेश में कम शिक्षकों के भरोसे तालीम
सिद्दीकी ने कहा कि मौलाना आजाद फाउंडेशन की मदरसा आधुनिकीकरण की योजना के तहत बिहार, यूपी, झारखंड में बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं। केरल में इस योजना का शत-प्रतिशत फायदा उठाया जा रहा है। लेकिन मप्र में इस योजना को लेकर जागरुकता की कमी दिखाई दे रही है। जहां अन्य प्रदेशों में 6 से लेकर 12 शिक्षक तक मदरसा अध्यापन काम में लगे हुए हैं, वहीं मप्र में यह काम एक या दो शिक्षकों के भरोसे पर चल रहा है।
योगी सरकार ने सबसे आगे
अवैध रूप से संचालित मदरसों के खिलाफ नियमों की तलवार लटकाने वाले उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रदेश में मदरसा आधुनिकीकरण को लेकर बेहतर पहल की है। उन्होंने वाराणसी, आजमगढ़, इलाहाबाद सहित कई जिलों के मदरसों को आधुनिक शिक्षा से जोडऩे की कवायद की है।
रिपोर्ट सौंपेंगे पीएम-सीएम को
मायनोरिटीज फाउंडेशन ऑफ इंडिया अध्यक्ष ने बताया कि करीब 11 प्रदेशों का दौरा वे अब तक कर चुके हैं। सभी प्रदेशों का जायजा लेने के बाद वे इससे मिलने वाले मुख्य अंशों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी जाएगी। इससे पहले वे सीएम शिवराज सिंह चौहान, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ललिता यादव और शिक्षा मंत्री दीपक जोशी से भी मिलेंगे और उन्हें प्रदेश में शिक्षा और रोजगार के हालात से आगाह करेंगे।