पुलिस प्रशिक्षण अकादमी और डॉ भीमराव अम्बेडकर विवि के मध्य हुआ करार

प्रशिक्षण एवं शैक्षणिक गतिविधियों के परिवर्धन के क्षेत्र में कार्य करने को लेकर

विशेष संवाददाता
भोपाल, 31 दिसंबर। पुलिस मुख्यालय मे मध्यप्रदेश पुलिस विभाग के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल और डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, इंदौर के मध्य प्रशिक्षण एवं शैक्षणिक गतिविधियों के परिवर्धन, परिमार्जन के क्षेत्र में संयुक्त रूप से कार्य करने के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा एवं विश्वविद्यालय के प्रभारी उप कुलपति बीआर नायडू एवं विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण केएन तिवारी, मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल के निदेशक सुशोभन बनर्जी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस डबल्यू नकवी एवं श्रीमती अनुराधा शंकर उपस्थित थी। निदेशक सुशोभन बनर्जी एवं कुल सचिव डॉ एचएस त्रिपाठी ने एमओयू साइन किया।
मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल किसी भी विश्वविद्यालय से इस प्रकार का सहयोग लेने वाली देश की प्रथम पुलिस प्रशिक्षण अकादमी है। इस एमओयू के बाद मप्र पुलिस अकादमी अपने उप पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षुओं को विश्वविद्यालय से पुलिस प्रशासन विषय में स्नातकोत्तर डिग्री का कोर्स करवायेगी। एमओयू के क्रियान्वन के बाद निश्चित ही पुलिस अकादमी भोपाल में दिये जा रहे प्रशिक्षण में सुधार के साथ-साथ गुणवत्ता का स्तर भी बढ़ेगा, क्योंकि मप्र लोक सेवा आयोग के द्वारा चयनित उप पुलिस अधीक्षक दो साल की परिवीक्षा अवधि के दौरान ही विश्वविद्यालय से चार सेमेस्टर में पुलिस प्रशासन की स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करेंगे। विश्वविद्यालय की फैकल्टी, विशेषज्ञ एवं शोधार्थी अकादमी में आकर अध्यापन एवं प्रशिक्षण देंगे।
एमओयू के अनुसार उप पुलिस अधीक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान पुलिस प्रशासन, लिंग-भेद, महिलाओं एवं पिछड़े वर्गों के प्रति संवेदनशीलता आदि विषयों पर शोध पत्र भी तैयार करवाया जाएगा। जो दोनो संस्थाओं में संकलित किया जाएगा, जिसका उपयोग भविष्य में नीति निर्धारण, प्रशिक्षण,योजना आदि में किया जा सकेगा। सेवा में रहते हुए भी अधिकारी एवं कर्मचारी डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स कर सकेंगे। पुलिस से संबंधित विषयों पर रिसर्च भी की जा सकेगी। शोध पूर्ण करने पर एमफिल एवं पीएचडी की उपाधि भी दी जायेगी। पुलिस प्रशिक्षण के क्षेत्र में एमओयू मील का पत्थर साबित होगा।

इनका कहना है

देश में यह पहली बार हुआ है कि पुलिस प्रशिक्षण अकादमी और विश्वविधायालय के बीच में एमओयू किया गया है। इससे हमारे प्रशिक्षण संस्थान अब ऐसा प्रशिक्षण उपलब्ध करा सकेंगे जिससे अब डिग्री मिल सकेंगी,इसके लिए डीएसपी स्तर के अधिकारी को अपने दो साल के समय में चार सेमेस्टर देना है, जिसके बाद उन्हें डिग्री दी जा सकेंगी।

ऋषिकुमार शुक्ल, डीजीपी, एमपी

पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में डीएसपी स्तर के अधिकारी से इसकी शुरुवात कर रहे है। इन्हे ट्रेनिंग के समय में परीक्षा कराकर मास्टर ऑफ आर्ट पुलिस प्रशासन की ट्रेनिंग देंगे। देश में एमपी ऐसा करने वाला पहला राज्य है।
बीआर नायडू,
एसीएस, उच्च शिक्षा