देवव्रत ने इस्तीफा तो दे दिया…

सरोकार
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ क्षेत्र से दो बार विधायक रहे और देवव्रत सिंह 22 साल से कांग्रेस के समर्पित सिपाही के रुप में कार्य करते रहे, लेकिन अचानक उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। खैरागढ़ राजघराने के मुखिया देवव्रत सिंह ने राजनांदगांव से सांसद थे। छत्तीसगढ़ में राज परिवार से जुड़े कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद देवव्रत सिंह ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा तो दे दिया, लेकिन अब उनके इस्तीफा देने के पीछे कई बातें सामने आ रहीं हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है देवव्रत सिंह स्वयं कह रहे हैं कि पिछले कुछ वर्षों से पार्टी में उनकी उपेक्षा की जा रही है। आज देश में कांग्रेस की जो स्थिति है, उसको देखते हुए कांग्रेस को मजबूती की आवश्यकता है और ऐसे स्तंभ यदि कांग्रेस को छोड़कर जाने का मन बना रहे हैं तो कांग्रेस के लिए स्थिति अच्छी नहीं होगी। छत्तीसगढ़ में वैसे भी अगले साल होने वाले चुनाव में कांगे्रस के लिए भाजपा से जितनी मुश्किलें नहीं होंगी, उतनी अजीत जोगी और उनकी पार्टी से होने वाली हैं। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान के लिए जरूरी होगा कि वे सबको साध कर रखें।