इंटक और कांग्रेस का संयुक्त आंदोलन, खदान बचाने बड़े संघर्ष का ऐलान
निज संवाददाता
परासिया, 1 जनवरी। विष्णुपुरी कोयला खदान को लेकर इंटक ने एक बार फिर बडे आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। कांग्रेस के साथ मिलकर चार जनवरी से एक आंदोलन शुरू होगा। जिसमें लोगों को जोडकर जन आंदोलन बनाने की तैयारियं की जा रही है। आज विधायक सोहन वाल्मिक ने ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत राय के साथ एक साझा प्रेस कांफ्रेस कर इस आंदोलन और इसकी रणनीति का खुलासा किया।
गौरतलब है कि इससे पहले 25 दिसंबर को इंटक विष्णुपुरी में कोयला खदान के अंदर आंदोलन कर रही थी। इस दौरान विधायक और उनके संगठन के 89 कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद तीन दिन के अंदर समस्या का निराकरण करने के लिए अपर कलेक्टर से मांग की गई थी। समस्या का कोई समाधान इस अवधि में नहीं हो सका। इसलिए इंटक ने कांग्रेस के साथ विष्णुपुरी कोयला खदान को बंद नहीं करने की मांग के साथ आंदोलन प्रारंभ करने की आज घोषणा की गई।
इस धरना प्रदर्शन के दौरान कोयला मंत्री पीयूष गोयल और वेकोलि के सीएमडी का पुतला दहन किया जाएगा। संवाददाता सम्मेलन में विधायक सोहन वाल्मिक ने कहा कि पेंच कन्हान में खदानों को बन्द कराने में कुछ मजदूर संगठन एवं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा केन्द्र सरकार एवं कोयला प्रबन्धन को विशेष सहयोग किया जा रहा है । ऐसा कर वे कोयला मजदूरों तथा क्षेत्र की जनता के साथ धोखा कर रहे है। एक ओर भारत सरकार मजदूरों को रोजगार देने के लिये निरंतर बयानबाजी कर रही है। दूसरी तरफ कोयला खदान मजदूरों को व्हीआरएस , सीआरएस देने की पूर्ण तैयारी कर रही है। जिससे मजदूरों का रोजगार छिन जायेगा। क्षेत्र में एकमात्र कोल उद्योग ही है खदानें बन्द होने से इस क्षेत्र का व्यापार व्यवसाय एवं अर्थव्यवस्था समाप्त हो जायेगी एवं जिले को मिलने वाली रायल्टी जो कि म.प्र. के अन्य जिलों से सर्वाधिक है जो समाप्त हो जायेगी। अत: खदानों को बचाने के लिये इंटक संगठन लगातार आन्दोलन करती रहेगी एवं कांग्रेस संगठन एवं उनकी अनुशांगिक कमेटियों द्वारा इस आन्दोलन में पूर्ण सहयोग करेंगे। साथ ही क्षेत्र के समस्त व्यापारीजनों एवं नागरिक बन्धुओं से अपील है कि इस आन्दोलन में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।