पं. पुष्पेन्द्र पाण्डेय
मेष
2018 का वर्ष मेष राशि के लिए अत्यंत शुभ परिणाम देने वाला है, राहु केतु का दुष्प्रभाव खत्म हो चुका है, शनि का दुष्प्रभाव खत्म हो चुका है, अढ़ैया भी समाप्त हो चुका है शनिदेव आपकी राशि के लिए भाग्य भाव से भ्रमण करेंगे, नौकरी, रोजगार मे उत्तम स्थिति का योग, राज्य से मदद मिलेगी, किस्मत साथ देंगी, गुरु महाराज जो इस राशि के लिये भाग्यस्थान के स्वामी होकर सबसे शक्तिशाली ग्रह है, लग्न, लाभ और पराक्रम पर दृष्टि डालेंगे, आपको मान सम्मान और धन दिलायेंगे। वरिष्ठ गुरुजनों की कृपा मिलेगी, राजकीय कार्य मे उन्नति के योग, स्वयं का कार्य, व्यापार मे उन्नति के योग है,राहु केतु इस समय चतुर्थ और राज्य स्थान मे आ चुके है, मकान, वाहन तथा स्थान परिवर्तन का योग,कर्मक्षेत्र राज्य आदि मे परिवर्तन का योग है।
वृषभ
वृषभ राशि के लिये यह वर्ष इस बार के सितारे थोड़े कमजोर लग रहे हैं, शनि जो इस राशि की जान है इस बार अष्टम भाव मे स्थित है, शनिदेव की दृष्टि राज्य, धन तथा पंचम स्थान मे पड़ रही है, कर्मक्षेत्र मे जटिल समस्या का निराकरण तथा आर्थिक समस्याओं का निपटारा करना पड़ेगा, नवीन निवेश तथा साझीदारी आदि से दूर रहें, नये काम सोचसमझकर करें, अपना संचित धन सम्भालकर रखें, धन उधार देना तकलीफ का कारण बनेगा, शिक्षा, संतानपक्ष सम्बंधी तकलीफ का निराकरण करना होगा,खानपान मे ध्यान रखना पड़ेगा।
मिथुन
इस बार इस राशि के सितारे अत्यंत मजबूत है, राहु केतु इस समय धन और अष्टम भाव मे पहुंच चुके हंै, राहु धन स्थान मे आकस्मिक धन की वृद्धि करेगा, लेकिन अष्टम का केतु संतान, उदर विकार, गुप्त शत्रु जैसे कष्टों मे वृद्धि कर सकता है, गुरु ग्रह पंचम भाव मे शुभ स्थिति मे है लाभ, व्यक्तित्व, तथा भाग्य को उत्तम सहयोग प्रदान करेगा, शनि ग्रह का केन्द्र मे आना आपके लिये चार चांद लगाने जैसा है।
कर्क
इस बार इस राशि के सितारे अत्यंत मजबूत है, राहु केतु इस समय लग्न और सप्तम भाव मे पहुंच चुके हैं, राहु लग्न स्थान मे व्यक्तित्व मे वृद्धि करेगा, मान सम्मान दिलायेगा,किसी अच्छे या बुरे कारण से प्रचार मिलने का योग, लेकिन सप्तम भाव का केतु जीवनसाथी, व्यापार मे साझीदार से कष्टों मे वृद्धि कर सकता है, इस समस्या का आपको सावधानी से निराकरण करना होगा, गुरु ग्रह चतुर्थ भाव मे शुभ स्थिति मे है, पद, वाहन, सामाजिक ख्याति का लाभ, व्यक्तित्व,तथा भाग्य को उत्तम सहयोग प्रदान करेगा, शनि ग्रह का छठे(रोग,ऋण शत्रु) में आना आपके लिये समस्त संकटों को हल होने का संकेत है, भाग्य आपको विशेष सहयोग करेगा।
सिंह
इस बार यह राशि के शनि,राहु केतु के दुष्प्रभाव से मुक्त हो चुकी है, राहु केतु इस समय लग्न और सप्तम भाव को छोड़ चुके है, राहु व्यय स्थान से खर्च मे वृद्धि करेगा, छठे भाव का केतु रोग ऋण शत्रु को नष्ट करेगा, आपके गुप्त शत्रु नष्ट होंगे, यह केतु इस वर्ष आपकी सफलता का परचम लहरायेगा, कष्टों मे कमी होगी, गुरु ग्रह तीसरे भाव मे शुभ स्थिति मे है, पद, वाहन, सामाजिक ख्याति का लाभ,व्यक्तित्व, तथा भाग्य को उत्तम सहयोग प्रदान करेगा, आमदनी के स्रोत्र में वृद्धि होगी, विवाह आदि मांगलिक कार्यों का योग आमदनी के साधन मे वृद्धि होगी, शनि ग्रह का पंचम स्थान मे आना शिक्षा, संतान सम्बंधी कुछ कष्ट का संकेत देता है।
कन्या
इस बार यह राशि के शनि, के अडैया के प्रभाव आ चुकी है, राहु केतु इस समय लाभ और पंचम भाव आ चुके है, राहु लाभ स्थान आमदनी मे वृद्धि करेगा, आकस्मिक धन लाभ भी हो सकता है, पंचम भाव का केतु संतान, बुद्धि भ्रम जैसी तकलीफ दे सकता है आपको खानपान मे ध्यान देना होगा, अन्यथा उदर विकार भी सम्भव है, दूसरे(धन) स्थान मे गुरु की स्थिति कुटुम्ब मे मांगलिक कार्य तथा आर्थिक स्थिति मे वृद्धि के संकेत दे रहा है, कुल मिलाकर 2018आपके लिये मिश्रित सफलता लेकर आएगा।
तुला
इस बार यह राशि के शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्त हो चुकी है, इसका प्रभाव निश्चित रूप से इस राशि वालो के जीवन मे दृष्टिगोचर होगा, तुला राशि वाले अधिकतर सामाजिक होते है,जब इनकी कुंडली मे शनि ग्रह बिगड़ता है तो इन्हे समाज, जनता, वाहन सम्पत्ति से तकलीफ आती है, शनि के सुधरने पर इन्ही चीजो से इन्हे भरपूर लाभ होता है, इस राशि वालों के लिये 2018 शुभ परिणाम देने वाला है, राहु केतु इस समय चतुर्थ और लाभ भाव मे आ चुके हैं, राहु राज्य स्थान में नौकरी रोजगार राजनीति मे वृद्धि करेगा आकस्मिक पद लाभ भी हो सकता है, चतुर्थ भाव का केतु वाहन, भवन सम्बंधी कार्यो मे कष्ट दे सकता है आपको खानपान मे ध्यान देना होगा, आपका स्थान परिवर्तन भी हो सकता है, आपको मातृकष्ट का भी योग बन सकता है, तुला राशि के लिए गुरु की स्थिति अशुभ रहती है लग्न मे गुरु की स्थिति किसी रोग या शत्रु संकट का संकेत दे रहा है, वरिष्ठ अधिकारियों से सतर्क रहें,उदर विकार से बचने के लिये खानपान का ध्यान रखें।
वृश्चिक
इस बार यह राशि के शनि के मध्यकाल के प्रभाव से मुक्त हो चुकी है, इसका प्रभाव निश्चित रूप से इस राशि वालो के जीवन मे दृष्टिगोचर होगा, परिवार, व्यापार, कर्मक्षेत्र, नौकरी, रोजगार मे अच्छे परिणाम मिलेंगे, वृश्चिक राशि वाले भी समान्यत: सामाजिक और साहसी होते हंै, संघर्ष करने मे नही हिचकते, जब इनकी कुंडली मे शनि इनकी राशि से गुजरता है तो व्यक्ति को परिवार, भाई बंधु के लिये मेहनत करनी पड़ती है,वर्तमान मे शनि धनस्थान मे आ गया है आर्थिक स्थिति सुधरेगी, संघर्ष मे कमी आयेगी, इस राशि वालों के लिए 2018 शुभ परिणाम देने वाला है। राहु केतु इस समय भाग्य और पराक्रम भाव मे आ चुके हैं, राहु भाग्य स्थान मे नौकरी रोजगार राजनीति मे भाग्य वृद्धि करेगा आकस्मिक पद लाभ भी हो सकता है, तीसरे स्थान का केतु वाहन, भवन सम्बंधी कार्यो से यात्रा आदि दे सकता है।
धनु
इस राशि का स्वामी गुरु इस समय लाभ मे है, जनता, सामाजिक कार्य, आध्यात्मिक, ज्ञान, शिक्षा से जुड़े कार्यों मे खास सफलता का योग है। इस बार यह राशि के शनि मध्यकाल के प्रभाव मे है, लग्न का शनि सप्तम भाव, कर्मक्षेत्र पर दृष्टि डाल रहा है, परिवार कर्मक्षेत्र मे सामान्य परेशानी का योग, पुराने कामों मे दिक्कतों का योग, भागदौड़ और जिम्मेदारी मे वृद्धि होगी, नवीन कार्य सोच समझकर करें, साझीदारी से जुड़े कार्यों के लिये समय ठीक नही मिलेंगे, संघर्ष मे कमी आयेगी, इस राशि वालों के लिये 2018 शुभ परिणाम देने वाला है।
मकर
इस राशि का स्वामी शनि व्यय भाव मे धनु राशि मे है,इस राशि को साढ़ेसाती का प्रथम ढैया चल रहा है, शनि महाराज की दृष्टि दूसरे, छठे और भाग्य स्थान मे रहेगी, इस हिसाब से साढ़ेसाति का प्रथम भ्रमण आपकी समस्या को समाप्त करेगा, रोग, ऋण, शत्रु नष्ट होंगे, विदेश यात्रा से भाग्योदय होगा, बाहरी क्षेत्र से विशेष सफलता का योग, जनता, धर्म, अध्यात्म, ज्ञान, शिक्षा के क्षेत्र मे खास सफलता का योग, आमदनी के क्षेत्र मे विशेष सफलता प्राप्त होगी, शिक्षक, सलाहाकार, वकील आदि लोगो के लिये शुभ समय, आप सभी को अपने कार्यों मे विशेष सफलता प्राप्त होगी,खर्च पर नियंत्रण रखें, निवेश आदि से दूर रहें, कोर्ट, कचहरी, चिकित्सा सम्बंधी कार्यों के लिए समय ठीक है।
कुम्भ
इस राशि का स्वामी शनि लाभ भाव मे धनु राशि मे है, इस समय यह राशि अभी साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्त है, शनि महाराज की दृष्टि लग्न, पंचम और अष्टम स्थान मे रहेगी, इस हिसाब से शनिग्रह का लाभ भाव मे भ्रमण आपको व्यक्तित्व से जुड़ा लाभ, आर्थिक लाभ तथा कई तरह के लाभ प्रदान करेगा, संतान पक्ष की ओर विशेष ध्यान देना होगा,मित्रों से टकराव का योग बनेगा, किसी भी प्रकार के मतभेद को शांतिपूर्ण ढंग से हल करें, जटिल समस्याओं का निराकरण होगा, विदेश आदि से लाभ प्राप्ति का योग, का दूसरा भ्रमण आपकी समस्या को समाप्त करेगा, रोग,ऋण,शत्रु नष्ट होंगे, विदेश यात्रा से भाग्योदय होगा,बाहरी क्षेत्र से विशेष सफलता का योग प्रॉपर्टी,तेल,वाहन,लोहा,भवन निर्माण उद्योग से जुड़े कार्यों मे लाभ प्राप्ति का योग, यदि आप चिकित्सा, कानून कर सलाहकार,समाजसेवा के कार्यों मे विशेष सफलता प्राप्ति के योग।
मीन
इस राशि के लिये यह वर्ष मिश्रित फलदायक है, अष्टम भाव मे राशि के स्वामी गुरु की स्थिति जीवन की जटिलताओ का संकेत कर रही है, आर्थिक क्षेत्र मे वित्तीय समस्याओं का समाधान खोजना पड़ेगा, खानपान मे सावधानी बरतें, अन्यथा मोटापा जनित बीमारियों का शिकार बन सकते है, शनि देव की राज्यस्थान मे स्थिति नवीन कार्यों के शुरू होने के संकेत दे रहे है, आमदनी के स्त्रोत मे वृद्धि होगी।