5 जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर

पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर फिदायीन हमला

नई दिल्ली, 1 जनवरी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों द्वारा लेथपोरा के केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ट्रेनिंग सेंटर पर हुए फिदायीन हमले में अब तक 5 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं सुरक्षा बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में 2 आतंकी भी मारे गए हैं।
आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच अभी भी मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में सात जवान घायल हुए हैं, जिसमें चार शहीद हो गए है और तीन घायल हैं।
सीआरपीएफ के जनसंपर्क अधिकारी भवनेश ने बताया कि शहीद जवानों में से तीन जवान की गोलीबारी से और एक जवान की हार्ट अटैक के कारण मौत हुई है। शहीदों में एक जवान सीहोर जिले का भी है। उन्होंने कहा कि अब तक 2 आतंकियों को मार गिराया है, हालांकि एक आतंकी अभी भी छुपा हुआ है। इस ट्रेनिंग कैंप में सीआरपीएफ 185 बटालियन तैनात है। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद्य ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों जवानों की हालत स्थिर बनी हुई है। जल्द ही सभी आतंकियों को मार गिराया जाएगा। बताया जा रहा है कि रविवार रात करीब दो बजकर 10 मिनट पर आतंकियों ने ट्रेनिंग सेंटर पर हैंड ग्रेनेड फेंके और उसके बाद सुरक्षा बलों पर जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी। सीआरपीएफ ने कहा, इस बात की पूरी आशंका है कि दूसरे कैंपों में भी इस तरह के हमले हो सकते हैं।
खबरों के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकी संगठन का कहना है कि उन्होंने यह हमला कमांडर नूर त्राली की मौत का बदला लेने के लिए किया है।
बता दें कि नूर मोहम्मद तंत्रे उर्फ नूर त्राल, जैश-ए-मोहम्मद का डिवीजनल कमांडर था, जिसे 26 दिसंबर को पुलवामा के समबोरा इलाके में हुई मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया था।
त्राली को 2003 में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था और आतंकवाद अधिनियम की रोकथाम (पोटा) कोर्ट ने साल 2011 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, लेकिन बीच में मिली पैरोल के दौरान नूर मोहम्मद भाग खड़ा हुआ और उसने दोबारा आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया।
मैयत में आए लोगों पर आत्मघाती हमला, 15 की मौत: जलालाबाद। अफगानिस्तान में आतंकी सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। पूर्वी अफगानिस्तान में अंतिम संस्कार के मौके पर शोकाकुल लोगों के बीच पहुंचकर आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया।
हमले में 15 लोग मारे गए, जबकि 13 घायल हुए हैं। नंगारहार प्रांत के गवर्नर कार्यालय ने इस हमले की पुष्टि की है। आतंकी हमला हस्का मीना जिले के पूर्व गवर्नर के अंतिम संस्कार के मौके पर हुआ। पूर्व गवर्नर की मौत ज्यादा उम्र के चलते सामान्य तरीके से हुई थी। इलाके की राजनीतिक शख्सियत होने की वजह से उनके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इसी दौरान हमलावर भी भीड़ में शामिल हो गया।