२०१७ में ऐसा चला शह-मात का खेल२०१७ में ऐसा चला शह-मात का खेल

भोपाल,2 जनवरी। राजधानी के रेडक्रास अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर अजा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष सूरज तिवारी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार सफाई अभियान की शुरूआत की गई। इस कड़ी में आज रेडक्रास में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। रेडक्रास एक बगैर लाभांश का स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने का संस्थान न होकर के वर्तमान में परिदृश्य में गरीब मरीजों को लूटने का व्यापार हो गया हैं। जिस प्रकार से रेडक्रास स्वयं एक समाजसेवी संस्था हैं और राजभवन से इनको अनुदान हेतु शिवाजी नगर में अस्पताल हेतु भूमि आवंटित की गई। चूंकि संपूर्ण अस्पताल स्वयं रेडक्रास द्वारा संचालित होता है और कोई भी निर्णय लेने के लिए रेडक्रास स्वतंत्र नहीं है। बावजूद इसके रेडक्रास में स्वयं निर्णय लेकर लीज पर अपने बाजू में ही सिद्धान्ता अस्पताल खुलवा दिया, बगैर राज्यपाल से अनुमोदन लिये। और तो और यह परिदृश्य इस प्रकार का कर दिया गया है कि रेडक्रास में मरीजों को जानबूझकर परेशान किया जाता है जिससे वे सिद्धान्ता अस्पताल में मोटी रकम चुकाकर अपना इलाज कराने के लिए मजबूर हो जाते है।  रेडक्रास परिसर में जो मेडिकल स्टोर संचालित किया जा रहा है उसका टेण्डर कल दिनांक 31 दिसंबर 2017 तक था किन्तु रेडक्रास सचिव राजीव तिवारी  की मनमानी के चलते आज भी खुला है।  उन्होंने कहा कि स्वयं राजीव तिवारी की सगी बहन उषा तिवारी के नाम पर वर्तमान मेडिकल स्टोर संचालित है इसलिए इस प्रकार का भ्रष्टाचार किया जा रहा है और दवाईयां भी सही मानक से मरीजों को वितरित नहीं की जाती है। उनकी गुणवत्ता भी सही नहीं होती और जो दवाओं पर रेडक्रास द्वारा डिस्काउंट दिया जाना चाहिए वह भी नहीं रहता हैं। पूर्व में मेडिकल स्टोर पर छापा भी पड़ा है उक्त बातें प्रमाणित भी हो चुकी हैं किन्तु रेडक्रास सचिव की मनमानी और भ्रष्टाचार के चलते कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से रोहित राजौरिया जी (हुजूर विधानसभा अध्यक्ष) वीरेन्द्र मिश्रा जी (प्रदेश महासचिव एन.एस.यू.आई.), गोपिल कोटवाल (टेक्निकल विंग अध्यक्ष एन.एस.यू.आई.) धीरज सिंह, रवि तिवारी (जिला उपाध्यक्ष एन.एस.यू.आई.) पंकज शर्मा, आनंद ठाकुर, सुरेन्द्र पटेल, सनी पाण्डे आदि उपस्थित थे।
वर्ष 2017 इसलिए रहा खास

अटेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार
मध्य प्रदेश के भिंड जिले के अटेर विधानसभा सीट पर इस साल अप्रैल माह में संपन्न हुए उप-चुनाव में कांग्रेस उ मीदवार हेमंत कटारे ने जीत दर्ज कर कांग्रेस की सिक्का कायम रखा। हेमंत कटारे ने कड़े मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी अरविंद सिंह भदौरिया को 857 वोट से मात दी। हेमंत कटारे कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्व. सत्यदेव कटारे के बेटे हैं। इसी वजह से कांग्रेस ने हेमंत कटारे को उ मीदवार बनाया था, जबकि भाजपा ने कद्दावर नेता अरविंद सिंह भदौरिया पर दांव लगाया था।
चित्रकूट विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को मिली सफलता
मध्य प्रदेश के सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस उ मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी ने बीजेपी के शकंर दयाल त्रिपाठी को 14,333 मतों से मात दी। नीलांशु चतुर्वेदी को 668,10 और बीजेपी प्रत्याशी शंकर दयाल को 52,477 वोट मिले। यह सीट कांग्रेस के विधायक प्रेम सिंह को निधन होने से रिक्त हुई थी। चित्रकूट विधानसभा सीट को जीतने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी थी,इसके बाद भी सफलता नहीं मिली। चित्रकूट जीत से मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की अहम भूमिका रही है।
अतुल राय प्रदेश सह संगठन महामंत्री नियुक्त
मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत को मजबूत करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने अगस्त 2017 में महाकौशल प्रांत के संगठन मंत्री अतुल राय को प्रदेश सह संगठन महामंत्री नियुक्त किया। भाजपा में कई दिनों से सुहास भगत के परफॉर्मेंस को लेकर मीडिया में नकारात्मक खबरे सामने आ रही थी,जिसे देखते हुए भाजपा संगठन ने यह निर्णय लिया है।
 कमल पटेल को थमाया कारण बताओ नोटिस
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री कमल पटेल को भाजपा ने अवैध खनन का मुद्दा उठाने पर निलंबन को नोटिस जारी कर दियाथा। जिससे वे मीडिया जगत की सुर्खियों में बने रहे। नोटिस जारी होते ही पूर्व मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश नेतृत्व से मुलाकात कर माफी मांगनी पड़ी। कमल पटेल आखिर तक अपनी बात पर अड़े रहे कि उन्होंने खनिज माफियाओं के खिलाफ बयान दिया है न कि सरकार और पार्टी के खिलाफ।
भोपाल नगर निगम आयुक्त बनी प्रियंका दास
3 सितंबर 2017 में भोपाल नगर निगम आयुक्त छवि भारद्धाज को मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम का प्रबंधंक बनाकर उनके स्थान पर टीकमगढ़ कलेक्टर रही प्रियंका दास को नया कमिश्नर बनाया गया है।  इसमे दिलचस्प बात यह है कि एक साल पहले नगरीय प्रशासन विभाग में एडिशनल कमिश्नर रहते प्रियंका दास को नगर निगम की कमान सौंपना चाहती थी,लेकिन यहां डिंडोरी कलेक्टर रहीं छवि भारद्वाज को पदस्थ कर दिया गया था। तब प्रियंका दास को टीकमगढ़ कलेक्टर बना दिया गया था।