रवीन्द्र जडेजा और अश्विन को नुकसान नहीं
नई दिल्ली 5 जनवरी। साल 2018 टीम इंडिया के खिलाडिय़ों के लिए जल्द ही बड़ी लॉटरी लेकर आ सकता है, लेकिन पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को झटका झेलना पड़ सकता है. बीसीसीआई अगले कुछ दिनों के भीतर साल 2018-19 के लिए अनुबंधित टीम इंडिया खिलाडिय़ों के नामों का ऐलान कर सकता है. और इस नए अनुबंध में पहली बार कुछ नई बातें शामिल की जा सकती हैं. लेकिन धोनी जैसी ही स्थिति में होने के बावजूद रवीेंद्र जडेजा और आर अश्विन को कोई नुकसान नहीं होगा।
बता दें कि बीसीसीआई की प्रशासकीय कमेटी ने खिलाडिय़ों को दिए जाने वाले नए अनुबंध का खाका तैयार करके इस वित्त समिति के पास भेज दिया है. सूत्रों की मानें, तो एक बार फिर से अनुबंध में तीन की जगह चार श्रेणी की गई हैं. ये वर्ग ए, ए +, बी और सी हैं। ए कैटेगिरी में कप्तान विराट कोहली सहित भारत के शीर्ष क्रिकेटरों को जगह दी जाती है. अभी तक ए वर्ग में शामिल खिलाडिय़ों को मैच फीस के अलावा बीसीसीआई साल में दो करोड़ रुपये का भुगतान करता है। वहीं बी श्रेणी के खिलाड़ी को सालाना दो और सी श्रेणी में शामिल खिलाडिय़ों को हर साल पचास लाख रुपये दिए जाते हैं. अब बीसीसीआई के अधिकारी और वित्त कमेटी सीओए के नए प्रस्ताव का अध्ययन करेगी. बता दें कि पिछले दिनों ही भारतीय कप्तान रवि शास्त्री, महेंद्र सिंह धोनी और कोच रवि शास्त्री ने सीओए के चेयरमैन विनोद राय से मुलाकात कर खिलाडिय़ों को ज्यादा सालाना वेतन देने की मांग की थी। दरअसल क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी ने नए प्रस्ताव के तहत उन्हीं खिलाडिय़ों को ए अनुबंध देने का फैसला किया है, जो तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) का हिस्सा हैं. धोनी टेस्ट क्रिकेट को काफी पहले अलविदा कह चुके हैं.हालांकि, रवींद्र जडेजा और आर. अश्विन भी वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं. लेकिन आईसीसी रैंकिंग में टॉप पायदान पर होने के कारण इनके ए अनुबंध पर कोई खतरा होने नहीं जा रहा।