निज संवाददाता
रायसेन, ५ जनवरी। समरसता कुंभ आयोजन समिति द्वारा 21 फरवरी को समरसता कुंभ का अयोजन किया जा रहा है। अयोजन को लेकर जिले भर में कार्यकर्ता सक्रिय रूप से गौ संवर्धन एवं ग्राम स्ववलवंन,स्वास्थ चेतना,योग,पारिवारिक मूल्य,संस्कार,नारी सम्मान को प्रोत्साहन और पर्यावरण संरक्षण,जल संरक्षण युवा के बीच देश भक्ती ,जन-जागरण जैसे प्रमुख कार्य किए जा रहे है। आज बुधवार 3 फरवरी को देश कि पहली दलित महिला शिक्षक श्रीमति सावित्री बाई ज्योतिराव फुले की जन्म तिथि स्कूलों में छात्रा-छात्रओं के बीच मनाई।
सावित्री बाई फुले का जन्म 3 फरवरी 1831 को एक दलित परिवार में हुआ था उस समय बालिका को शिक्षा से दूर करने के लिए समाज के लोग महिला लड़कियों को स्कूल जाने से रोकते थे किन्तु अपनी मजबूत इक्छा शक्ति और साहस से अपनी पढाई पूरी की और भारत की पहली महिला शिक्षक बनी। उस समय की सामाजिक परिस्थति में छुआछूत भेदभव से मुक्ती दिलाकर श्रीमति फूले ने समाज में सामाजिक समरसता के लिए जीवन काम किया, फुले ने विधवा विवाह एंव कृषि को वड़ाबा देने किसान स्कूल की संस्थापक रही। रायसेन जिले के अनेक स्कूलों में छात्र-छात्राओं श्रीमति फुले के जीवन पर प्रकाश डाला।