मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों को बांटी नवंबर माह की भावांतर राशि
टीकमगढ़, 7 जनवरी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो अब तक कभी नहीं हुआ, वो हम करके दिखाएंगे। भावांतर भुगतान योजना में किसानों को बाजार/बिक्री मूल्य और औसत मॉडल रेट के अंतर की राशि का हर माह का भुगतान किया जाएगा। अवर्षा हो या मौसम की मार, प्राकृतिक आपदा हो या कोई दूसरी कठिनाई, सूखा हो या और कोई संकट, प्रदेश के किसानों को किसी भी सूरत में अकेले नहीं रहने दिया जाएगा। सरकार हर वह कदम उठाएगी, जिससे किसानों की जिंदगी में खुशहाली आए। मुख्यमंत्री चौहान टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर तहसील मुख्यालय में भावान्तर भुगतान योजना के राज्य-स्तरीय कार्यक्रम के तहत आयोजित विशाल किसान सम्मेलन में किसानों को नवम्बर 2017 माह की भावान्तर राशि के लाभ वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने टीकमगढ़ जिले के 18 हजार 452 किसानों को कुल 41 करोड़ रूपये की भावांतर राशि का वितरण किया। यह राशि कोर बैंकिंग के जरिये वन क्लिक मनी ट्रांसफर के माध्यम से सभी किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित कर दी गई। मुख्यमंत्री चौहान ने सरकार की अन्य योजनाओं के हितग्राहियों के साथ-साथ मंच से प्रतीकात्मक रूप से 5 किसानों को भावांतर राशि के भुगतान प्रमाण-पत्र भी वितरित किये। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 7 करोड़ 85 लाख रूपये की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण और करीब 73 करोड़ 79 लाख रूपये की लागत वाली 27 विकास परियोजनाओं/कार्यों का भूमि-पूजन भी किया।
रबी फसल की भी भावांतर राशि दी जाएगी: मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों से ही सहमति लेकर मौके पर ही निर्णय लिया कि यह योजना लगातार जारी रखी जाएगी। जब भी फसल की कीमतें गिरेंगी, तो अधिसूचित फसल जिन्सों में किसानों को उनकी फसल की पूरी कीमत दी जाएगी। खरीफ फसलों के बाद अब रबी की फसलों में भी भावांतर की राशि किसानों को दी जायेगी। टीकमगढ़ जिले में अल्प वर्षा की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के किसानों से कहा कि सरकार किसानों को हर मुसीबत से बाहर निकाल लायेगी। उन्होंने बताया कि टीकमगढ़ जिले के लिये सरकार ने 183 करोड़ रू. की सूखा राहत राशि जारी की है। जल्द ही यह राशि किसानों के खातों में आ जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना एक ऐसी अभिनव योजना है, जो अब पूरे देश को दिशा देगी। फिलहाल हरियाणा ने इसे अपना लिया है, कल पूरा देश इसे अपनाएगा। प्रदेश के किसानों की माली हालत सुधारने के लिये हमने तय किया है कि यदि उत्पादन अधिक हुआ तो भी किसान को कम कीमत में फसल नहीं बेचने देंगे। सरकार किसानों की फसल स्वयं वाजिब दाम पर खरीदेगी, ताकि किसान के नुकसान की भरपाई हो सके। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश के किसानों को नवम्बर माह में बाजार मूल्य और औसत मॉडल रेट के अंतर की कुल 960 करोड़ रूपये की भावांतर राशि एक साथ बांटी जा रही है। सागर संभाग के पांच जिलों के 84 हजार 700 किसानों को कुल 159 करोड़ रूपये की भावांतर राशि आज एक साथ बांटी जा रही है। उन्होंने बताया कि टीकमगढ़ जिले में इस योजना की संपूर्ण अवधि की करीब 87 करोड़ रूपये की भावांतर राशि किसानों को बांटी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे सागर संभाग में इसी गर्मी से जलाभिषेक अभियान के तहत छोटी-बड़ी जल-संरचनाओं के निर्माण के साथ हर गांव, हर पंचायत में पानी बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किये जाएंगे। यहाँ पुराने चंदेलकालीन तालाबों को पुर्नजीवित किया जायेगा। केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत हम टीकमगढ़ जिले के गांव-गांव और खेत-खेत तक पानी पहुंचायेंगे। उन्होंने जिला प्रशासन को जल-संरक्षण के काम जल्द से जल्द प्रारंभ करने को कहा।
केन्द्रीय राज्यमंत्री और टीकमगढ़ सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने मुख्यमंत्री चौहान से संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए अनेक विकास कार्यों की मांग सहित दिगौड़ा को पूर्ण तहसील का दर्जा देने, टीकमगढ़ में एएनएम नर्सिंग सेंटर स्थापित करने, बल्देवगढ़ व खरगापुर में महाविद्यालय स्थापित करने के अलावा जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में डिजिटल एक्स-रे व सोनोग्राफी मशीनें लगवाने की मांग की। क्षेत्रीय विधायक श्रीमती नायक ने कहा कि टीकमगढ़ जिले विशेषकर पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र में अल्प वर्षा के कारण किसानों की पीड़ा बयां करते हुये सूखा राहत के काम जल्द से जल्द खोलने की मांग की। कार्यक्रम में विधायक पृथ्वीपुर श्रीमती अनीता सुनील नायक, विधायक टीकमगढ़ केके श्रीवास्तव, विधायक निवाड़ी अनिल जैन एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पर्वतलाल अहिरवार सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।