सुलह अधिकारी बोलीं जेल जाओगे,तो मां-बाप के पकड़े पैर

बेटों से परेशान बुजुर्ग ने एसडीएम से लगाई थी इंसाफ की गुहार
भोपाल। बुजुर्ग पिता को सताने वाले बेटे कानून के डर से पिता के कदमों में गिर गए। जब हुजूर क्षेत्र की सुलह अधिकारी संगीता नैल्लोर ने बेटों को बताया कि पिता का सम्मान करो, वरना जेल तक जाना पड़ सकता है। आखिरकर समझाइश के बाद पिता और बेटों में समझौता हो गया।
यह मामला हुजूर एसडीएम अतुल सिंह के कोर्ट में पेश किया गया था, जिसमें सुलह की कोशिश की गई। एसडीएम ने प्रकरण को खारिज कर दिया है। शिर्डी पुरम कोलार निवासी नारायण मुनुटवार ने हुजूर एसडीएम कोर्ट में उसके बेटे मनीष और आशीष पर मारपीट कर परेशान करने का आरोप लगाया था। शिकायत में बताया गया कि मनीष उसके साथ आए दिन मारपीट करता है। उसके पास रखी जमा पूंजी भी उसने खर्च कर दी है।
ऐसे में उसे रोजमर्रा के खर्च के लिए परेशान होना पड़ता है। केस में सुनवाई के बाद एसडीएम ने मामले को सुलह अधिकारी के पास भेजा, जिसमें संगीता नैल्लोर ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर सुलह कराई। सुलह के बाद दोनों की सहमति के आधार पर एसडीएम ने केस को खारिज कर दिया है।

अब सुलह समिति के प्रतिवेदन पर होगा आदेश

राजधानी में भरण पोषण के मामलों में सामाजिक न्याय विभाग ने अलग-अलग एसडीएम दफ्तरों में सुलह अधिकारियों को नियुक्त किया है। यह सुलह अधिकारी केस की सुनवाई के बाद दोनों पक्षों को बैठाकर सुलह की कोशिश करेंगे। इसके बाद सुलह समिति के प्रतिवेदन पर एसडीएम आदेश करेंगे।
सुलह की कोशिश जरूरी
भरण पोषण के मामलों में दोनों पक्षों की सुनवाई की जाती है। हालांकि इसमें कोशिश होती है कि परिवार के लोगों के बीच सुलह कराई जाए। इसमें माता-पिता के सम्मान और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी का ध्यान रखा जाता है।
अतुल सिंह,
एसडीएम हुजूर