तलाशने पर भी नहीं मिल रहे पौधे, करोड़ों का हुआ घोटाला!

विनीत माहेश्वरी
रायसेन। जिले की जनपद पंचायत बाड़ी और औबेदुल्लगंज में 2 जुलाई 2017 को लगाए गए पौधों का हुआ कागजी भौतिक सत्यापन के बाद वर्तमान में धतरातल पर पौधे तलाशने पर भी नजर नहीं आ रहे है। जबकि जनपद पंचायत बाड़ी में तत्कालीन जनपद सीईओ राजेन्द्र यादव द्वारा 3 लाख 21 हजार 290 पौधे लगाए जाने का दावा किया गया।
लेकिन जब सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी आई वो चौक्काने वाली थी हजारों की संख्या में लगाए पौधे सिर्फ कागजों में लग पाए और धरातल पर पौधे ढूंढने पर भी नहीं मिल रहे है। जबकि देखा जाए तो 2 जुलाई 2017 को जनपद पंचायत बाड़ी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों एवं गांवों में 1 करोड़ से अधिक राशि के पौधे विभिन्न नर्सरी से खरीदते हुए लगाए जाने का दावा किया गया और इन पौधों पर परिवहन किए जाने पर में भी 10 लाख 45 हजार 703 रूपए की राशि को खर्च कर दिया गया।
बाड़ी के एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा जब जानकारी लेना चाही तो पहले अफसर गुमराह करते रहे और फिर बाद में अपील में जाने के बाद जानकारी दी गई तो वो भी आधी अधूरी दी गई। लेकिन उस आधी अधूरी जानकारी में ही पौधा रोपण में हुए भ्रष्टाचार सामने आया है। जिसमें बड़े पैमाने पर जान बूझकर लापरवाही करते हुए सरकारी राशि को ठिकाने लगाया गया है। जिसमें बड़े पैमाने पर फर्जी बिल लगाए गए और आरटीआई कार्यकर्ता की माने तो इन लाखों रूपए का बिलों का आंख मंूदकर भुगतान भी कर दिया गया है। लेकिन अब अधिकारी भुगतान संबंधी जानकारी देने से बचते हुए नजर आ रहे है। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी। वहीं इसी तरह जनपद पंचायत औबेदुल्लगंज में पौधा रोपण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है।
धरातल पर लगते पौधे तो हर तरफ होती हरियाली
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत बाड़ी के अंतर्गत आने वालों गांवों में 2 जुलाई 2017 को बड़े पैमाने पर पौधा रोपण किए जाने का दावा किया गया है। जिसमें अमरूद 40 हजार पौधे, संतरा 15400 पौधे, आम 33650 पौधे, करंज 25000 पौधे, शीसम 20 हजार पौधे, सागौन 20 हजार पौधे, आनार 8 हजार पौधेख्, गूल मोहर 400 पौधे, नीबू 73500 पौधे, आंवला 1500 पौधे सहित अन्य पौधे लगाए गए है और इन पौधों के परिवहन किए जाने में भारी भरकम राशि खर्च हुई और वाहन क्रमांक एमपी 09 एचई 3038 का रिकार्ड परिवहन विभाग की बेब साइट पर भी उपलब्ध नहीं है। वहीं दूसरा वाहन क्रमांक एमपी 04 जीए 2104 डम्फर का नबर है।
वहीं जो बिल है उसमें ना तो दिनांक तक नहीं है और उन बिलों को आंख मूंदकर पास कर दिया गया है। वहीं अधिकारी पौधा रोपण का भुगतान ना होने की बात कर रहे है। लेकिन दिनांक 14.08.2017 को चैक क्रमांक 48070 राशि 2088463 से भुगतान किया गया। लेकिन अन्य भुगतान संबंधी जानकारी अब छिपाए जाने का प्रयास किया जा रहा है।