जिले में एकात्म यात्रा ने किया प्रवेश,पीडब्लूडी मंत्री ने किया स्वागत

रायसेन। आदि गुरू शंकराचार्य के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक तथा भारत की एकता अखण्डता में किए गए योगदान को जन-जन तक पहुंचाने तथा ओंकारेश्वर में आदि गुरू शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना हेतु धातु संग्रहण के लिए आयोजित की जा रही एकात्म यात्रा ने सागर जिले से बेगमगंज विकासखण्ड के ग्राम मढिय़ानाका में प्रवेश किया।
जिले में यात्रा के प्रवेश स्थल मढिय़ानाका में स्कूल प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में कन्या पूजन, पादुका पूजन किया गया, तथा संतो का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में स्वामी अखलेश्वरानंद महाराज ने कहा कि एकात्म यात्रा सांस्कृतिक और अध्यात्मिक अखण्डता की यात्रा है। उन्होंने आदि गुरू शंकराचार्य के जीवन पर प्रकाश डाला तथा उनके बताए मार्ग का अनुसरण करने की बात भी कही।
वही पीडब्लूडी मंत्री रामपाल सिंह ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि प्रदेश में यह अभिनव यात्रा निकाली जा रही है और हमें चरण पादुकाओं का पूजन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य एकता के साथ सामाजिक समरसता को स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि आज सुबह से ही पूरे क्षेत्र की माता-बहनों सहित सभी नागरिक यात्रा के भव्य स्वागत एवं दर्शन के लिए लालायलित हैं।
उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य ने देश की अखण्डता के लिए अनेक कार्य किए हैं और हमें आदि गुरू शंकराचार्य की प्रतिमा की स्थापना के लिए अष्टधातु संग्रहण में सहयोग करने का यह अवसर मिला है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र चौहान, कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे, एसपी जगत सिंह राजपूत तथा सीईओ जिला पंचायत अमनवीर सिंह बैस सहित जिले भर से आए बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिक शामिल थे।