बंद खदान की दीवार धंसने से 4 की मौत, 1 गंभीर

भोपाल/सारनी, 8 जनवरी। बैतूल जिले के पाथाखेड़ा की बंद कोयला खदान की दीवार धंसने से 4 लोगों की मौत हो गई, वहीं 1 गंभीर रूप से घायल है, जिसका उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। 3 साल से बंद पड़ी कोयला खदान से करीबन 25 लाख का लोहा कबाड़ी उठाते रहे, लेकिन कंपनी की संपत्ति बचाने में वेकोलि प्रबंधन ने कोई रुचि नहीं ली, नजीता यह निकला कि रविवार को बंद खदान धंसने से 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी अनुसार वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा एरिया की तीन साल पहले बंद हो चुकी कोयला खदान सतपुड़ा-टू से रविवार कोयला निकालने गई नानी पाठे-35, कु. पायल देशमुख-10, मीना मोरले-32 वर्ष एवं सीलू चोरसे-45 की मृत्यु हो गई है, वहीं संध्या डेहरिया-35 घायल है। घटना रविवार दोपहर की बताई जा रही है। जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों के सहयोग से खदान में दबे लोगों को बाहर निकाला, लेकिन डॉक्टर ने इन्हें मृत घोषित कर दिया।
कलेक्टर, एसपी पहुंचे घटना स्थल पर: जानकारी लगते ही कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार घटना स्थल का मुआयना कर वेकोलि प्रबंधन व स्थानीय लोगों से चर्चा की। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा- क्षेत्र में बेरोजगारी समस्या बनी हुई है, दो वक्त की रोटी की जुगत में लोग ऐसा कार्य करने को मजबूर हो रहे हैं। वेकीलि की खदानों से लोहा, कोयला की चोरी बड़े पैमाने पर हो रही है, इससे भी बुरे हालात मप्र पावर कंपनी के हैं यहां भी लोहा व सरकारी आवास ढहाकर नुकसान पहुचाया जा रहा है। बावजूद दोनों कंपनी प्रबंधन का सुरक्षा विभाग और स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने लगे हैं।
आकस्मिक दुर्घटना पर सहायता राशि: खदान धंसने से जिन परिवारों की मौत हुई है, उन्हें कलेक्टर, एसपी व भाजपा जिलाध्यक्ष की उपस्थिति में आकास्मिक दुर्घटना राशि के तहत 20-20 हजार रुपए देने की घोषणा की गई। वहीं जिलाध्यक्ष जितेंद्र कपूर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर मृतकों के परिजनों को 1-1 लाख रुपए की सहायता देने की मांग की, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है।