पहलाद पटेल ने निकाला खदान बचाने का रास्ता

परासिया, 9 जनवरी। कोयला मंत्री का वकतव्य, प्रहलाद पटेल का ट्विट, कांग्रेस के आरोप और दागे गए सवालों के बीच आज भारतीय मजदूर संघ ने संवादादाता सम्मेलन में सांसद कमलनाथ पर सवाल दागे। बीएमएस के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य, टीएससी मेंबर राकेश चतुर्वेदी, अध्यक्ष पेंच कन्हान संजय सिंह कोयला मजदूरों और बंद होती खदानों के लिए सांसद प्रहलाद पटेल का आभार व्यक्त किया।
बीएमएस ने कहा कि सांसद प्रहलाद पटेल ने इस क्षेत्र के हजारो लोगों की समस्या को सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि दूसरे जिले का सांसद यहां की समस्या को सदन में उठा रहे है। जबकि जिले के सांसद कमलनाथ सदन में मौन है। उन्होंने कहा कि सांसद बताए कि वे सदन में क्यों मौन है। इस मुद्दे पर प्रष्न, सप्लिेमेंट्री, बहिगर्मन, धरना कई रास्ते कांग्रेस के पास थे। उन्होंने स्थानीय विधायक और इंटक से कहा कि पूछने वाले पर लांछन मत लगाओ जो नहीं पूछ रहा है उससे जवाब मांगो। गौरतलब है कि प्रहलाद पटेल ने क्षेत्र में चार नई खदाने खोलने का ट्वीट किया था। जिस पर राजनीतिक सरगर्मी बढ गई है।
प्रहलाद पटेल का उद्देश्य पवित्र
उन्होंने कहा कि प्रहलाद पटेल ने सदन में प्रष्न पूछा खदानें क्यों बंद की जा रही है। लंबित प्रोजेक्ट का क्या हुआ। इसको लेकर मंत्री का सही जवाब नहीं आया है। प्रहलाद पटेल ने जो ट्वीट किया उसका उद्देष्य पवित्र था। उन्होंने कहा कि प्रहलाद पटेल ने इसको लेकर फिर सवाल लगाया है।
खदान बचाने का रास्ता निकला
उन्होंने कहा प्रहलाद पटेल के कारण क्षेत्र को खदान बचाने का रास्ता मिल गया है। सदन में कोयला मंत्री ने कहा कि सुरक्षा कारणों से खदानें बंद की गई है। राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि वे टीएससी मेंबर है। क्षेत्र की बंद हुई खदानों का दौरा किया है। विष्णुपुरी और भवानी में सुरक्षा की कोई कमी नहीं है न ऐसी कोई रिपोर्ट है। उन्होंने कहा कि इससे पहले बढते घाटे को खदाने बंद होने का कारण बताया गया था। लेकिन पहली बार प्रहलाद पटेल के कारण सुरक्षा का मामला सामने आया। अब खदानों को बचाने का रास्ता मिल गया है। उन्होंने कहा कोयला खत्म होने या सुरक्षा कारणों से ही खदानें बंद की जा सकती है। प्रकृति के विरुद्ध कार्य होने से घाटा बंद करने का कोई कारण नहीं है। इस संवाददाता सम्मेलन में निर्मल राहा, एजाज कुरैशी, धर्मेद्र मिश्रा, रंजीत सिंह उपस्थित थे।
खदानें बंद होने से हजारों परिवार प्रभावित होंगे
बीएमएस के नेताओ ंने कहा कि कोयला खदानें बंद होन से क्षेत्र के सात हजार कोयला कामगार, इनके परिवार, इनसे चलने वाला नेहरिया से लेकर तानसी तक का डेढ सौ किलोमीटर के क्षेत्र का पूरा व्यापार, व्यवसाय और रोजगार प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अधिकारियों की निष्ठा संदिग्ध है वे कोयला मंत्री को सही जानकारी नहीं दे रहे है। भ्रामक जानकारी दे रहे है। जिससे निर्णय गलत हो रहे है। उन्होने कहा कि कोयला मंत्री को जमीनी हकीकत से वाकिफ होना होगा। इसको लेकर वे पूर्व कोयला मंत्री प्रहलाद पटेल से मिलकर एक बार फिर मंत्री से मिलकर उन्होंने सही वस्तुस्थिति से अवगत कराएंगे। ऐसे अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी जो सरकार को बदनाम करने वाले निर्णय ले रहे है। उन्होंने कहा कि प्रहलाद पटेल 11 को छिंदवाडा में प्रेस कांफ्रेंस में इस मुद्दे पर जवाब देंगे।