उपेक्षा का शिकार हो रहे संतो के मोक्षधाम

बैतूल, 10 जनवरी। मुलाताई हाईवे के किनारे पारेगांव रोड पर बाबाजी योगीनाथ संतो की मोक्षधाम स्थली है। इन दिनों यह मोक्षधाम स्थली शासन प्रशासन की अनदेखी के चलते उपेक्षा का शिकार हो रही है। संतो के मोक्षधाम स्थल तक जाने के लिए ना तो यहां कोई रास्ता है और ना ही सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्रीवाल है। गौरतलब है कि मप्र शासन द्वारा शमशान सुधारो अभियान के तहत करोड़ो रूपयों की राशि खर्च की जा रही है। लेकिन आज तक किसी भी शासन के नुमाइंदे, समाजसेवी एवं धार्मिक संगठनों ने इन संतों की मोक्षधाम स्थली का जीर्णोद्धार करने की जहमत उठाई है। धर्म के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले इन महात्मा संतो ने अपना पूरा जीवन बिना स्वार्थ के धर्म की सेवा में गुजार दिया। दुनिया में विश्व गुरू कहलाने वाला भारत साधु-संतों की जन्मस्थली रहा है। भारत के इतिहास में योगीनाथ, संतों का विशेष योगदान रहा है। समाजसेवी एवं अधिवक्ता राजेश शर्मा ने बताया कि पारेगांव रोड पर एक विशेष समुदाय का समाधि स्थल उपेक्षा का शिकार हो रहा है।
शासन द्वारा एक विशेष अभियान चलाकर शमशान एवं कब्रिस्तानों की दुर्दशा को सुधारा जा रहा है। उन्होंने पारेगांव स्थित संतो की समाधि स्थल की हो रही दुर्दशा सुधारने के लिए समाजसेवी संगठनों एवं शासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है। श्री शर्मा का कहना है कि आज हमारी संस्कृति बची है तो यह इन संतो की ही देन है।