बैतूल, 10 जनवरी। जिन लोगों के ऑपरेशन जनभागीदारी के माध्यम से हो चुके है उन मरीजों से चर्चा करने के मंगलवार विधायक हेमंत खण्डेलवाल ट्रामा सेंटर पहुंचें और मरीजों से चर्चा कर उनका हाल जाना।
जनभागीदारी के माध्यम से गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के प्रायवेट डॉक्टरों के माध्यम से नि:शुल्क ऑपरेशन किए जा रहे है। जिसमें ऐसे भी मरीज शामिल है जो अधिक पैसे खर्च करने में असमर्थ थे और वे वर्षाे से दर्द के कारण परेशान थे। अब इन्हें दर्द से निजात मिल गई है। सोमवार को 17 ऑपरेशन की प्रक्रिया पूरी हो गई है और मंगलवार को भी दोपहर तक आधा दर्जन से अधिक ऑपरेशन पूरे हो गए। सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा ने बताया कि इस बार चौथे चरण के ऑपरेशन की प्रक्रिया के लिए कुल 50 मरीजों को ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया है। ग्राम ढुमकारैय्यत निवासी निर्मला बाई कवड़े ने बताया कि वे और उनके पति मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे है। उनके बेटे गणेश को जन्म से ही हरण्या था रूपयों के अभाव के कारण उनकी प्रायवेट अस्पताल में ऑपरेशन कराने की हिम्मत तक नहंी हो रही थी। उनके बेटे की 7 वर्ष की उम्र है। 7 वर्ष तक उनका बेटा हरण्या की बीमारी का दंश झेल रहा था। ट्रामा सेंटर में जनभागीदारी की सहायता से नि:शुल्क ऑपरेशन हो गया और बेटे को दर्द से छुटकारा भी मिला।
वहीं ग्राम बोंदरी निवासी रघुवीर आहके ने बताया कि उनके भी पास में पर्याप्त खेती नहीं है। छोटी मोटी खेती करने के साथ-साथ वह मजदूरी भी करते है बेटे अमित उम्र 5 वर्ष को हरण्या की बीमारी थी। पिछले वर्ष जिला अस्पताल में बेटे को ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया था, लेकिन ऑपरेशन नहीं हो पाया। जनभागीदारी के माध्यम से बेटे का नि:शुल्क ऑपरेशन हो गया है। ऐसे कई लोग है जो प्रायवेट अस्पतालों में पहुंचकर ऑपरेशन नहंी कर पाते थे उन मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन हो रहा है। मरीजों का हाल-चाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे विधायक हेमंत खंडेलवाल के साथ डॉ रूपेश पदमाकर, मनीष मिसर, देवेन्द्र मालवीय, सतीष जौंदलेकर शामिल थे।