चारों थर्मल पावर प्लांट से हुआ 3780 मेगावाट उत्पादन

विशेष संवाददाता
भोपाल, १० जनवरी। रबी के सीजन में बिजली की डिमांड को पूरा करने के लिए शिवराज सरकार की सभी बिजली कंपनियां अपने स्तर पर सौ प्रतिशत खरा उतर रही है। पिछले कुछ दिनों पहले प्रदेश में 12000 मेगावाट से अधिक लगातार बिजली की डिमांड थी। जिसे पूरा करने के लिए सभी बिजली कंपनियों ने अपने-अपने स्तर पर बेहतर प्रयास किए है।
जबसे ऊर्जा विभाग का मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आईसीपी केशरी (आईएएस) को बनाया है, उसके बाद से लगातार सभी बिजली कंपनियों की स्थिति में व्यापक सुधार देखने को रहा है। चाहे वह बिजली उत्पादन की बात हो या फिर आमजनता तक बिजली पहुंचाने की। प्रदेश की तीनों वितरण कंपनी के सीएमडी संजय कुमार शुक्ल (आईएएस) भी समय -समय पर अपने अधीनस्थ तीनों एमडी को दिशा-निर्देश देते आए है।
इसी क्रम में मंगलवार सुबह 9 बजे मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के अंतर्गत आने वाले चारों थर्मल पावर प्लांटों ने 3780 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर कंपनी के इतिहास का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन का कीर्तिमान हासिल किया है। जो वर्तमान विद्युत उत्पादन क्षमता का 97.41 प्रतिशत है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के श्रीसिंगाजी थर्मल पावर प्लांट खंडवा, संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट बिरसिंहपुर, अमरकंटक थर्मल पावर प्लांट चचाई तथा सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट सारणी की विद्युत इकाईयों से उनकी उत्पादन क्षमता से अधिक लोड पर चलाकर अधिक बिजली उतपादन किया गया। इससे पूर्व पावर जनरेटिंग कंपनी का अधिकतम विद्युत उत्पादन का कीर्तिमान 3425 मेगावाट था।
इस कीर्तिमान के रिकार्ड को तोड़ते हुए वर्तमान में कोयले की कमी होने के बावजूद भी सभी पावर प्लांटों द्वारा यह कीर्तिमान स्थापित किया जाना किसी विशेष उपलब्धि से कम नहीं है। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की इस उपलब्धि पर ऊर्जा मंत्री पारस जैन, प्रमुख सचिव ऊर्जा आईसीपी केशरी (आईएएस), एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के एमडी संजय कुमार शुक्ल (आईएएस) ने जेनको के एमडी आनंद प्रकाश भैरवे सहित सभी पावर प्लांटों के अभियंताओं व कार्मिकों को बधाई दी।