450 वन परिक्षेत्र में 1 लाख विद्यार्थी सीख रहे पर्यावरण संरक्षण के गुण

प्रशासनिक संवाददाता
भोपाल, १० जनवरी। वनों का क्षेत्रफल बढ़ाने और बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए ईको पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से मप्र के 450 वन परिक्षेत्रों में अनुभूति कैम्प लगाकर 1 लाख विद्याथियों को पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा दी जा रही है। विभाग के अधिकारियों का मानना है कि जनमानस की जागरुकता से जैव विविधता संरक्षण का मार्ग प्रशस्त कर वनों को नुकसान होने से बचाया जा सकता है।
बीते साल 52 हजार विद्याथियों को अनुभूति कैम्प लगाकर जागरुक किया जा चुका है, प्रदेश के हर रेंजों में दो-दो अनुभूति कैैम्प लगाए जा रहे है विभाग एक रेेंज पर एक लाख तीस हजार रुपये खर्च किए जा रहे है। विद्याथियों को संवाहक बनाकर वनों व पर्यावरण के प्रति जागरुक किया जा रहा है।
मास्टर ट्रेनर दे रहे पर्यावरण की शिक्षा
सूत्र बताते हैं कि पर्यावरण संरक्षण में जागरूकता लाने के लिए ईकोपर्यटन विकास बोर्ड कैम्पा मद से 2 करोड़ 66 लाख 96 हजार रूपये खर्च कर अनुभूति कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कैम्प में विद्याॢथयों को फारेस्ट रेंज के आस-पास प्राकृतिक सौंदर्य, अभ्यारणें में 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक मास्टर ट्रेनर पर्यावरण बचाने की शिक्षा का प्रशिक्षण दे रहे है।
मप्र ईकोपर्यटन विकास बोर्ड का उद्देश यह है कि बढ़ते प्रदूषण व पर्यावरण को बचाना सबकी महती जबावदारी है। वन्यप्राणी संरक्षण की अशासकीय टीप के माध्यम से जन सामान्य में वन एंव वन्य वन्यप्राणी एंव पर्यावरण संरक्षक के प्रति जागरूकता विकसित संदेश के तहत ग्रामीण अंचलो के शासकीय, स्कूलों के विद्र्यािथयों को पर्यावरण का महत्व बताकर बढ़ते प्रदूषण व पर्यावरण को बचाने में युवा पीढ़ी को शिक्षा दी जा रही है।