भोपाल। स्कूल से अपहरण के बाद आठ साल के मासूम की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। माँ ने जिस होम ट्यूटर विशाल रूपानी पर शक जताया था। उसी ने बच्चे का अपहरण किया और फिर हत्या कर दी। पुलिस ने विशाल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरे मामले की सच्चाई पुलिस को बता दी। आरोपी मृतक के घर के पीछे ही रहता था और उसका घर आना जाना था, वो बच्चे को टियूशन भी पढ़ाता था, जिसके चलते बच्चे की माँ और विशाल के अवैध सम्बन्ध बन गए थे।
बाद में दोनों परिवारों के बीच झगा होने के बाद मनमुटाव था। इसी रंजिश के चलते आरोपी होम ट्यूटर ने बच्चे की हत्या की साजिश रची। जानकारी के मुताबिक बैरागढ़ के क्राइस्ट मेमोरियल स्कूल में कक्षा दूसरी का छात्र भरत उर्फ कार्तिक महावर (8) सुबह ऑटो में स्कूल गया था। लेकिन वापस नहीं लौटा। ऑटो चालक को बच्चा जब दिखाई नहीं दिया तो उसने बच्चे के परिजनों की इसकी सूचना दी। जिसके बाद परिवार बच्चे की तलाशी में जुट गया और स्कूल से लेकर हर जगह उसकी तलाश की जिसके बाद शाम करीब 4.30 बजे बैरागढ़ थाने में कार्तिक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई थी। तभी साढ़े छह बजे के करीब परवलिया थाना पुलिस ने मुबारकपुर टोल नाके के पास बोरे में बंद एक बच्चे की लाश बरामद की।
प्रारंभिक जांच में पता चला था कि बच्चे को गला घोंटकर मारा गया था। छात्र के पिता परसराम एवं मां ने लाश की शिनाख्त अपने पुत्र भरत के रूप में की। वहीं भरत की खबर मिलने के बाद परिजनों ने देर रात को बैरागढ़ थाने में जमकर हंगामा किया उनका आरोप है कि जब पुलिस को आरोपी का नाम बता दिया गया था, तब भी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी नहीं की।
पुलिस ने परिजनों की शिकायत लिखकर मामले की जांच शुरु कर दी। पुलिस ने जब विशाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारा जुर्म काबूल लिया। पुलिस को विशाल ने बताया कि आठ जनवरी को वह सीएमएस स्कूल बैरागढ़ की छुट्टी होने पर वह कार्तिक को अपने साथ कृष्णा प्लाजा ले गया था। वह वहां एलईडी बल्ब के ऑफिस में काम करता है। वहीं मौका पाकर उसने जूते की लेस से कार्तिक का गला घोट दिया और उसके बाद उसके शव को एलईडी के काले बॉक्स में भरकर सफेद कलर के बोरे में बॉक्स को डाल दिया।
किसी को उस पर शक ना हो इसलिए उसने अपने मामा की गाड़ी जिस पर नंबर नहीं लिखा हुआ था, उस पर बैग रखकर मुबारकपुर टोल-टैक्स रोड़ पर फेंक दिया और फरार हो गया। विशाल ने पुलिस को बताया कि उसने यह काम पुरानी रंजिश के चलते किया था। उसके और कार्तिक के परिवार में काफी समय से मनमुटाव चल रहा था, जिसके बाद उसने गुस्से में आकर इस वारदात को अंजाम दे दिया।
गौरतलब है कि मृतक छात्र की मा ने बच्चे को टियूशन पढ़ाने वाले युवक विशाल रूपानी उर्फ बिट्टू (20) पर गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या करने का शक जताया था। मां ने पहले कहा कि विशाल उससे एकतरफा प्रेम करता था। इसकी पुष्टि पति परसराम ने पुलिस को दिए बयान में की। परिजनों का आरोप है कि विशाल कई दिन से ब्लैकमेल करके धमका रहा था। दो दिन पहले पुलिस के पास विशाल की शिकायत लेकर गए थे, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। विशाल के पास कुछ आपत्तिजनक फोटो थे जिनके आधार पर वह ब्लैकमेल कर रहा था। दो दिन पहले जब वह पुलिस के पास गये तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।