वक्त ही बुरा चल रहा है…

गवर्नमेंट प्रेस के एक आला अधिकारी ने हाल ही में अपने कमरे की दशा और दिशा बदलने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। मजे की बात यह है कि उक्त अधिकारी ने कमरे में नए फर्नीचर की डिमांड भी की है। इसके लिए बकायदा एस्टीमेट लगाने वाले बुलवाए गए हैं। एस्टीमेट वालों ने एक सप्ताह का समय मांगा है, तब तक साहब को दूसरे कमरे में शिफ्ट होना पड़ेगा। साहब के चाहने वाले भी कई हैं। उनमें से किसी एक ने हंसते हुए बाहर बताया कि साहब का बुरा वक्त चल रहा है, वरना मेहनत तो पूरी करते हैं, लेकिन मामला कहीं ऐसी जगह अटक जाता है कि साहब को जब-तब बड़े अफसरों की नाराजगी का सामना करना पड़ ही जाता है। … खबरची