मुख्य संवाददाता
भोपाल, 11 जनवरी। मध्यप्रदेश में संचालित मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। जहां कभी किसान अपनी उपज खराब होने और आर्थिक कारणों से औने-पौने दामों में बिचौलियों को बेच देते थे और उन पर कर्ज की मार पड़ती थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किसानों के दर्द को समझते हुए उनकी फसल का सही मूल्य दिलाने और उन्हें आर्थिक रुप से सक्षम करने के लिए मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना प्रारंभ की गई है और मंडियों में किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही है। शासन द्वारा तय किए गए मॉडल रेट और समर्थन मूल्य में जिस राशि का अंतर आ रहा है, उस राशि का भुगतान किसानों को मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के माध्यम से सीधे उनके खाते में किया जा रहा है। प्रमुख सचिव कृषि राजेश राजौरा ने बताया कि इससे पहले 16 से 31 अक्टूबर और 1 से 30 नवम्बर तक प्रदेश के पंजीकृत किसानों से जो फसल क्रय की गई थी, लगभग 7 लाख किसानों को उसकी भावांतर राशि (904 करोड़ रुपए) का भुगतान किया जा चुका है। प्रदेश में कृषि की उपज को देखते हुए फसल क्रय करने की तिथि को आगे बढ़ाते हुए 1 से 31 दिसम्बर तक किसानों से फसल क्रय की गई थी। राजेश राजौरा के अनुसार जिन किसानों ने 1 से 31 दिसम्बर के मध्य मंडियों में मक्का, सोयाबीन, मूंग, उड़द, मूंगफली, तिल और रामतिल की फसल का विक्रय किया है, इस अवधि में क्रय की गई उपज के लिए मॉडल दर घोषित कर दी गई है और किसानों के लिए भावांतर राशि भी तय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 1 से 31 दिसम्बर की अवधि में लगभग 6 लाख किसानों ने उपज विक्रय की है, जिसके लिए लगभग 775 करोड़ की राशि का ऑकलन किया गया है। यह राशि किसानों को भुगतान की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में क्रियान्वित मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय बन रही है। इस योजना के अध्ययन के लिए देश के 12 से अधिक राज्यों के अधिकारी इस योजना की जानकारी ले चुके हैं। वर्तमान में योजना की जानकारी लेने मंगलवार को तेलंगाना के अधिकारी भोपाल पहुंचे। तेलंगाना के अधिकारियों की टीम 12 जनवरी तक प्रदेश में भावांतर भुगतान योजना, विपणन की व्यवस्थाओं सहित न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित अन्य योजनाओं की जानकारियों का अध्ययन करेगी। टीम में पी रवि कुमार जेडीएस हैदराबाद, ई मल्लेशम डीडी एम हैदराबाद और अधिकारी अजमीरा राजू सेलेक्शन ग्रेड सेक्रेटरी एएमसी शामिल हैं।