छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कितनी भी जोड़-तोड़ करे 2018 में भाजपा ही सरकार बनाएगी: डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मिशन 2018 के दावे को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा

साक्षात्कार
विजय कुमार दास
रायपुर, 11 जनवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गंाधी का गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हौसला बुलंद है। इसी बुलंद हौसले के कारण राहुल गांधी की नजर 2018 में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों पर टिक गई है और कांग्रेस यह महसूस करने लगी है कि उपरोक्त राज्यों में यदि कांग्रेस ने सत्ता हासिल कर ली तो 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को धराशायी कर दिया जाएगा। इसी के चलते राहुल गांधी ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को 2018 में सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर मिशन 2018 के तहत छत्तीसगढ़ में ऐन-केन प्रकारेण कांग्रेस की सरकार बनाने का जुगाडू कार्यक्रम शुरू कर दिया है।
हम यदि छत्तीसगढ़ की बात करें तो पता चलता है कि आज प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया के स्वागत में उमड़े कांग्रेसियों ने बड़े उत्साह के दावा किया है कि इस बार कांग्रेस की ही सरकार बनेगी। राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में कई गुटों में बंटी कांग्रेस को एकजुट करने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चरणदास महंत के चेहरे को आगे करते हुए सबको जोडऩे की कोशिश की है। राहुल गांधी की कोशिशों के चलते चरणदास महंत, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव और प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष भूपेश बघेल एक मंच पर दिखाई दे रहे हैं। आज राष्ट्रीय हिन्दी मेल के इस प्रतिनिधि ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से एक संक्षिप्त मुलाकात में पूछा कि कांग्रेस की एकजुटता का असर 2018 के विधानसभा चुनाव परिणामों में भाजपा के उपर क्या होगा? इस सवाल के जवाब में डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता हथियाने के लिए सब प्रकार की जुगाड़ कर रही है। उनका मानना है कि कांग्रेस सत्ता में वापस आने के लिए छत्तीसगढ़ में एक भटकती आत्मा की तरह है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कितना भी जोड़-तोड़ कर ले, 2018 में चौथी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने से हमें कोई नहीं रोक सकता। डॉ. रमन सिंह ने यह तो स्वीकार किया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से ही है, लेकिन कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में जनता का विश्वास खो दिया है। डॉ. रमन सिंह से जब पूछा गया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 को मिशन 65 के पार बताया है तो क्या आपको लगता है कि आप 90 में से 65 सीटें जीत सकते हैं? डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियां और छत्तीसगढ़ विकास का मॉडल तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मूल मंत्र सबका साथ-सबका विकास हमारे लिए ब्रम्हास्त्र है। इसी के चलते मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में भाजपा को 2018 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 54 सीटें जरूर मिलेंगी, और हम मिशन 65 के पार के लिए जुटे हुए हैं। डॉ. रमन सिंह ने इस सवाल पर कि पिछली बार तो भाजपा और कांग्रेस में 4-5 सीटों का ही अंतर था, तो इस बार 50 से ऊपर सीटें जीतने का दावा क्या आपके अतिरेक को साबित नहीं करता, तो उनका जवाब था कि छत्तीसगढ़ की जनता से जाकर पूछिए कि 14 साल में हमने उनके लिए क्या-क्या नहीं किया। आपको पता होना चाहिए कि छत्तीसगढ़ नया राज्य होते हुए भी विकासशील राज्यों में अग्रणी है। जीरो पॉवरकट और सड़कों का जाल गांव-गांव, शहरों के हर एक गलियों तक हमारे विकास की परिभाषा को आम जनता तक पहुंचाती है फिर आम जनता की प्रत्येक शिकायत और समस्या से हम रोज रूबरू होते हैं और कोशिश करते हैं कि सरकार दंभ से नहीं अनुशासन से चले, ईमानदारी से चले। डॉ. रमन सिंह ने अंत में कहा कि प्रशासन में गुड गवर्नेंस के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर इसीलिए पुरस्कृत किया गया है, हमारा काम अच्छा है और हम अपने विकास के मॉडल के साथ फिर से 2018 में चुनाव मैदान में उतरेंगे और जीतेंगे।