अनुभूति कैंप में बच्चों को दिखाए बाघ के पगमार्क

भोपाल, 1२ जनवरी। वन विभाग के अधिकारियों ने अनुभूति कैंम में स्कूली विद्याथियों को जीवन में वनों का क्या महत्व है,और इन्हे बचाने के फायदे बताएं। बच्चों ने पूछा बाघ कहां घूमते है,बच्चों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए बाघों के पगमार्क दिखए गए।
राजधानी से सटे जंगल का भ्रमण करने निकले स्कूली बच्चों ने वन अधिकारियों से पूछा कि बाघ कहा घूमते हैं। बच्चों की इस जिज्ञासा को शांत करने अधिकारी उन्हें जंगल में बनाए फुट इम्प्रेशन पैड पर बाघों के पगमार्क दिखाए। कैंप के तहत अरेरा कॉलोनी ,तुलसी नगर के करीब 195 स्कूली बच्चे अनुभूति कैम्प के तहत जंगल घुमाकर जीवन में वन और वन्य प्राणियों की जानकारी दी गई।
अनुभूति कैम्प के तहत हर साल वन विभाग सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को जंगल की सैर कराता है। इस साल भी यह सैर कराई जा रही है। इसी के तहत बच्चे राजधानी से सटे जंगल का भ्रमण करने पहुंचे थे। बच्चों को जंगल कैम्प के अलावा मेंडोरा मौत का कुआं, केरवा नर्सरी समेत बाघ भ्रमण वाले जंगल की सैर कराई गई।
वहीं केरवा चौकी में भोपाल कंजरवेटर फॉरेस्ट डॉ. एसपी तिवारी ने बच्चों की जिज्ञासाओं से जुड़े सवालों का जवाब दिया। कंजरवेटर फॉरेस्ट ने बताया कि पहले की तुलना में बच्चों में जंगल व वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
एसडीओ एसएस भदौरिया व श्री भारद्वाज ने भी बच्चों को वनों के सबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वनों की वजह ही अच्दी बरसात होती है। रेंजर अरविंद अरिवार ने बताया कि वन हमें शुध्द आक्सीजन देने के साथ ही कार्बन डाईआक्साइड को ग्रहण करते है। पर्यावरण को साफ सुतरा रयाने के लिए वनों को बचाने की जबावदारी वन विभाग के साथ मानव समाज की भी होनी चाहिए।