संभाषण में अमरदीप, गायन में वनु रहीं प्रथम

निज संवाददाता
बैतूल, 12 जनवरी। उच्च शिक्षा मप्र शासन के आदेशानुसार जेएच कॉलेज में आदि शंकराचार्य वेदांत दर्शन विषय पर संभाषण और गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय संभाषण प्रतियोगिता अद्वैत वेदान्त-दर्शन तथा जीव-जगत-जगदीश सार्वभौमिक एकता पर तथा गायन प्रतियोगिता आदि शंकराचार्य द्वारा विरचित स्त्रोतों पर संपन्न हुई। संभाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अमरदीप भालेकर, द्वितीय स्थान कु. खुशबू व तृतीय स्थान रितु गुप्ता ने प्राप्त किया। गायन प्रतियोगिता में प्रथम कुमारी वनु चौहान, द्वितीय कुमारी दीक्षा परसाई, तृतीय धर्मरेखा धाकड़ रही।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व निर्णायक पं. कांतु दीक्षित ने शंकराचार्य के अद्वैत दर्शन और उनके जीवन से जुड़े प्रसंगो की सुंदर अभिव्यक्ति दी। वहीं दूसरे वक्ता एसवी निर्गुड़कर ने अद्वैतवादी योगी की काव्य प्रतिभा का परिचय देते हुए शिव पंचाक्षर स्त्रोत एवं चरपट पंजरिका स्त्रोत की व्याख्या प्रस्तुत की। निर्णायक के रूप में उपस्थित पं. दिवाकर द्विवेदी शास्त्री ने अद्वैत दर्शन से जुड़ अहम ब्रम्हमास्मि एवं ब्रम्ह सत्यं जगत मिथ्या का विवेचन करते हुए शंकराचार्य की वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के प्रचार का संदेश दिया। निर्णायक पंकज दीक्षित ने संस्कृत भाषा में शंकराचार्य की जीव-जगत जगदीश अवधारणा को स्पष्ट किया।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. अलका पांडे ने सभी निर्णायकों का परिचय देते हुए कार्यक्रम के उद्देेश्य को स्पष्ट किया। प्रो. ऊषा द्विवेदी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में एकात्म यात्रा को सामाजिक समरसता के लिए उपयोगी बताया। प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अलका पंाडे, मंच संचालन डॉ. मीना डोनीवाल व आभार प्रदर्शन संस्कृत के अतिथि विद्वान डॉ. गोविन्द मंसूरे द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर अतिथि विद्वान व छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थि थे।