परासिया। पेंचव्हेली कालेज परासिया में स्वामी विवेकानंद की 152 वंी जयंती पर युवा दिवस का आयोजन किया गया। युवा दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष बल्लू नागी ने कहा कि विवेकानंद 24 साल की आयु में योगी बन गए थे। उन्होंने मठ की स्थापना की और भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार किया। भारत और विष्व में उन्होंने भारत की संस्कृति को पहचान दिलाने का काम किया। प्रोफेसर इंद्रपाल राउत ने विवेकानंद के शिकागों सम्मेलन का उल्लेख करते हुए इसे भारतीय संस्कृति को विष्व स्तर पर प्रसारित करने वाला बताया। प्रोफेसर धनाराम उईके ने कहा कि विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर जीवन में आगे बढने को कहा था। राजयोग, ज्ञानयोग, कर्मयोग में अपना योगदान दिया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य नंदा हल्दे, मंजू माहुर पवार, एलएन बारापात्रे, आईके साहू, अनिल सांगोडे, विजयश्री बागडे, मनीषा आमटे, पूजा, सौमित्र द्विवेदी और विद्यार्थीगण उपस्थित थे।