खुरई, 13 जनवरी। खुरई और आसपास के क्षेत्र में सूदखोरों को धंधा जमकर फल फूल रहा है। सैकड़ों लोग इन सूदखोरों के चंगुल में फंसे हैं। पिछले दिनों कर्ज में डूबे किसान को सूदखोरों द्वारा जिंदा जलाकर मार डालने के बाद एक और मामला सामने आया है।
खुरई के कबीर वार्ड निवासी फुटकर सब्जी विक्रेता सुनील पिता कैलाष पटेल को सूदखोरों से कर्ज लेना इतना मेंहगा पड़ा कि सूदखोरों के दबाब में उसे अपनी जान देने का प्रयास करना पड़ा। सुनील ने जहर तो खा लिया लेकिन न तो उसके जीवन का अंत हुआ न ही उसकी मुसीबतों का। पति को जहर खाने के कारण उसकी पत्नि भी इतनी सदमें में आ गई कि उसकी भी तबियत गंभीर रुप से खराब हो गई। दोनों इस समय स्वास्थ्य केद्र में भर्ती हैं।
क्या है मामला: पीडि़त सुनील पिता कैलाष पटेल उम्र 23 वर्ष निवासी कबीर वार्ड ने बताया कि वह शहर की गलियों में हाथ ठेले पर सब्जी बेचकर अपना परिवार चलाता है। उसने अपने पिता के इलाज के लिए कुछ सूदखोरों से पैसे उधार लिए थे। इसके बाद पिता की तबियत नहीं सुधरी और उनकी मौत हो गई। उसके बाद उनकी तेरहवीं के लिए फिर कर्ज लेना पड़ा। वह कर्ज भी चुकता नहीं हो पाया कि अचानक शादी का भी संबंध हो गया। शादी के लिए भी कर्ज लेना पड़ा क्योंकि पहले से ही पैसे नहीं थे। ऐसा करके उसका कर्ज डेढ़ लाख से ज्यादा हो गया। उसने अलग अलग कई लोगों से कर्ज लिया था। पीडि़त सुनील ने बताया कि कर्ज लेना जरुरी और मजबूरी भी थी। जिसके कारण सूदखोरों ने 20 से 30 प्रतिषत के ब्याज पर उसे कर्ज दिया।