रायसेन, 13 जनवरी। अमेरिका की यूएसए एड की टीम ने जिला अस्पताल में संचालित होने वाली एसएनसीयू (नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई) का निरीक्षण कर इसे देश की बेहतर यूनिट में से एक होना बताया गया जहां पूरी ईमानदारी के साथ बेहतर कार्य करते हुए मंशा के अनुरूप नवजात शिशुओं की मृत्यु में कमी लाई जा रही है।
वहीं टीम के सदस्यों ने कहा कि इस यूनिट को रोल मॉडल के रूप में लेंगे और अन्य अस्पतालों में इस वर्किंग कल्चर प्लान को प्रस्तुत भी किया जाएगा। जिससे अन्य अस्पताल में भी इसी तरह काम किया जाए और शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। टीम में अमेरिका की यूएसए एड की प्रमुख लीली कका, मिस्टर जिम, डॉ. सचिन गुप्ता, निपि डायरेक्टर डॉ हरीश कुमार,निपि डॉ.असफाक खान, मध्यप्रदेश के डायरेक्टर डा अनिल नागेन्द्र भी शामिल थे। टीम के सदस्यों को रायसेन एसएनसीयू प्रभारी डॉ.आलोक राय द्वारा संचालक के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी दी गई। वहीं टीम द्वारा निपि के सहयोग से संचालित होने वाली एफसीसी ;फैमिली सैन्ट्रिक केयर यूनिट का भी निरीक्षण किया गया। जिसमें नवजात शिशु की देखभाल एवं माता को बच्चों की देखभाल किए जाने का प्रशिक्षिण दिया जाता है। टीम ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की तारीफ की और कहा कि यहां टेक्निकल और प्रोफेशनल कार्य बहुत बेहतर करने के साथ साथ माताओं को बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे शिशु मृत्युदर में कमी आना इस बात का प्रमाण है। उल्लेखनीय है कि नवजात गहन चिकित्सा इकाई प्रदेश के ज्यादातर जिलों में संचालित हो रहे है। लेकिन रायसेन की यूनिट को निपि प्रोग्राम में शामिल किया गया है। जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। जहां पर नवजात के उपचार किए जाने के साथ साथ नर्सों को पूर्ण रूप से प्रशिक्षित भी किए जाने का काम किया जा रहा है।