विजय कुमार दास
भोपाल, 13 जनवरी। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह उन शीर्ष नौकरशाहों में हैं, जो अपनी पुरानी बातें, पुरानी स्थिति, पुराने काम और पुराने संबंध कभी नहीं भूलते। ताजा उदाहरण यह है कि 14 जनवरी 2018 को मुख्य सचिव बीपी सिंह को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में जाना है। इसका कारण भी स्पष्ट है। दुर्ग जिले में श्री सिंह 34 साल पहले कलेक्टर थे। जब वह वहां कलेक्टर थे, तब उन्होंने वहां जो विकास कार्य किए, ढांचागत परिवर्तन किए, वह आज भी आम आदमी के जेहन में मौजूद है। और तो और जब भी किसी ईमानदार कलेक्टर की चर्चा दुर्ग में आज की जाती है तो उसमें सबसे पहले बसंत प्रताप सिं का नाम ही सामने आता है।
सूत्रों के अनुसार मुख्य सचिव को दुर्ग जिले के जाने-माने नाम प्रभात पाण्डे के पुत्र की शादी का आमंत्रण-पत्र प्राप्त हुआ है, तब से वह विवाह में जाने को अति उत्सुक हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि न सिर्फ मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार के वर्तमान मुख्य सचिव अजय सिंह भी उनसे मिलने को काफी आतुर हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव की अगुवाई की जोर-शोर से छत्तीसगढ़ में प्रशासन द्वारा भी तैयारियां की जा रही हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव ने प्रोटोकॉल के अतिरिक्त जोरदार स्वागत की व्यवस्थाएं की हैं। राष्ट्रीय हिंदी मेल के इस प्रतिनिधि ने जब मुख्य सचिव बीपी सिंह से कल एक मुलाकात की तो उन्होंने इस दौरे की पुष्टि भी की और कहा वह दुर्ग में जाने को लेकर उत्साहित हैं और अपने दुर्ग और पन्ना जिले की कलेक्टरी को आज भी याद करते हैं। जब प्रतिनिधि ने उनसे पूछा कि किस जिले के अनुभव को उन्होंने सबसे ज्यादा खराब माना है, तो मुख्य सचिव बोले कि मेरा सबसे खराब अनुभव बतौर कलेक्टर ग्वालियर का रहा, जिसे मैं कभी याद नहीं करना चाहता, लेकिन अब चूंकि मैं मुख्य सचिव हूं तो मेरा दायित्व है कि मेरे लिए सभी जिले एक समान हों। सबका ध्यान रखना पड़ता है। बहरहाल, 14 जनवरी को शादी में शरीक होने के लिए मुख्य सचिव सपरिवार छत्तीसगढ़ जा रहे हैं और इस प्रस्तावित यात्रा से वे बेहद खुश भी हैं।