आटा चक्की संचालक की लापरवाही से गायों की हुई मौत

निज संवाददाता
रायसेन, 14 जनवरी। जिला मुख्यालय के भोपाल मार्ग कृषि उपज मंडी के सामने संचालित होने वाली कमलेश राठौर की आटा चक्की से फेंके गई चापड़ के सेवन करने से 3 गायों की मौत हो गई। जिन गाय की हालत नाजुक थी उन्हें समय रहते उपचार तक नहीं मिल पाया और पशु चिकित्सालय में इमरजेंसी में तैनात डाक्टर के नदारद होने की वजह से उपचार नहीं मिल पाया और गायों की तड़प तड़प के मौत हो गई। वहीं हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष शिवराज सिंह कुशवाह द्वारा गायों की दर्दनाक मौत होने पर नाराजगी जताए जाने के बाद आनन फानन में गायों का पीएम करवाया गया और थाना कोतवाली पुलिस ने पूरे मामले को जांच में ले लिया है।
बताया गया कि इसी दुकान से ग्राम बिलौरी का एक व्यक्ति अपनी भैंसों के लिए पशु आहार लेकर गया था, जब भैसों ने पशु आहार खाया, तो उनकी भी मौत हो गई जिनमें 2 भैंस और 2 अन्य मवेशी की मौत हो गई। वहीं थाने में एसडीएम एस एस पटेल ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने का आश्वासन दिया और चक्की संचालक से पूछताछ किए जाने के लिए थाने बुलाया गया। वहीं एसडीएमओपी श्री पटेल ने बताया कि पीएम रिपोर्ट और शिकायत के आधार नियम अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी। वहीं बताया गया कि आटा चक्की पर आटे के साथ खली-चुनी,चपड़,पशु अहार भी बेचा जाता है। सरसो,गेंहँ, सोयाबीन,धान की चपड़,दलीया और खली चुनी बेची जाती है।
अलग-अलग इलाकों में मवेशियों की मौत
6 मृत गाय शहर के अलग-अलग स्थानों पर मिलीं हैं, जिसमें 3 गाय मंडी के सामने, एक गाय वार्ड क्रमांक 15 यशवंत नगर, एक गाय वार्ड क्रमांक 14 पाटनदेव और एक गाय गौशाला में मिली है। वहीं शाम के समय ड्रीम लैण्ड सिटी के पास भी एक गाय की मौत हो गई।
पशु चिकित्सालय के डॉक्टर बने लापरवाह
इलाज के लिए एक गाय को चिकित्सालय लाया गया लेकिन अस्पताल बंद मिला, जिस पर हिंदू संगठनों ने विरोध दर्जा कराया। मृत गायों को भी नगर पालिका के वाहन से अस्पताल लाया गया, लेकिन यहां कोई डॉक्टर नहीं मिला तो गायों को पठारी पर फिकवा दिया गया। पशु चिकित्सालय से अक्सर ही डॉक्टर गायब रहते हैं।