परासिया, 14 जनवरी। आम तौर पर परिवार परामर्श केन्द्र से समझोते के बाद गिले शिकवे दूर कर महिला अपनी ससुराल लौटती है। लेकिन आज एक अनोखा मामला सामने आया जिसमें समझौतें के बाद पत्नि अपने ससुराल लौटी। साथ में वह अपने पति को उसके घर वापस ले गई।
मामले में इस दम्पति ने परिवार परामर्श केन्द्र को बताया कि तीन वर्ष पहले ंशादी के बाद पत्नि ससुराल में नही रहना चाहती थी तथा बार बार मायेक चली जाती थी। संबंध सामान्य रखने के लियें पति भी ससुराल जाकर रहने लगा। ससुर ने उसे डाट डपटकर बडकुही रहने को बाध्य किया। इसके बाद गिले शिकवे दूर कर पत्नि ससुराल जाने को राजी हुई। परिवार परामर्श केन्द्र से उसे वापस भेजा गया। कांउसलर के पी पंाडे, दिलीप सेन,चित्रंकाति विष्वकर्मा,सुशीला ष्ंशाति तिवारी, सुशाीला झाडे, डेस्क् प्रभारी शिववती कहार, ने काउसलिंग की। आज आठ में से 4 प्रकरणो में सुनवाई हुई। चार मे एक ही पक्ष उपस्थित हुयें। दो मामलो में न्यायालय जाने की सलाह दी गई। एक मामले में ंशराबी पति ने किसी भी स्थिति में रहने से इंकार कर दिया। दूसरे प्रकरण में चाची सास और ससुराल पक्ष द्वारा बेटियो को काली कहने के कारण आहत महिला ने परिवार परामर्ष केन्द्र में शिकायत की। इस मामले में भी न्यायालय जाने की सलाह दी गई। एक अन्य मामले में विधवा महिला को उसके दो बच्चे सहित अपनाने और स्वयं की संतान उत्पन्न नही करने का कां्रतिकारी निर्णय लेने वाला परिवार पैसो को कारण कलह से ग्रस्त हो गया। कलह से तंग पत्नि अलग रहने लगी। पति का कहना है कि वह किसी भी मामले में फंसा देने की धमकी देती है। दोनो को अगली पेशी पर बुलाया गया।