निज संवाददाता
रायसेन, 1५ जनवरी। रविवार को मकर संक्रांति अवसर पर नर्मदा अंचल के नर्मदा तटों पर सुबह से ही स्नान करने वालों का तांता लगा रहा। बोरास,अलीगंज और बगलवाड़ा सहित सभी स्थानों पर मेले भराए। वहीं मकर संक्रंाति पर नर्मदा तटों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। लेकिन दोपहर में शुभ मुहूर्त होने के चलते श्रद्वालुओं ने दोपहर दो बजे के बाद हजारों की संख्या में लोगों ने नर्मदा में स्नान कर दान, पुण्य किए हिन्दु संस्कृति के महापर्व पर लोगों ने मां नर्मदा की आराधना कर परिवार की सुख-शांति के लिए प्रार्थना की।
तड़के चार बजे से लोग वाहनों से नर्मदा स्नान करने पहुंचे और ये सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। बोरास, अलीगंज, मांगरोल, सांढिय़ा, बगलबाड़ा, सिवनी सहित अंचल के सभी नर्मदा तटों पर अपार जन समूह स्नान करने पहुंचा। एनएच-12 सहित सभी मार्गों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। पुलिस प्रशासन यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरे समय सजग बना रहा। नर्मदा तटों पर पुलिस बल मौजूद रहा और पुलिसकर्मी आने-जाने वाले लोगों को व्यवस्था बनाए रखने की समझाइश देते रहे।
तिल के उपयोग से पापों का नाश होता है :-
तिल के छह प्रकार के उपयोग से पापों का नाश होता है। तिल के तेल का दीपक जलाने,तिल का ओटन शरीर में लगाने,तिल को दान करने,तिल खाने से, तिल का तर्पण करने से सभी प्रकार के पापों का नाश एवं पुण्य का उदय होता है। नर्मदा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया। मीलों दूर से पिंड भरकर नर्मदा तट पर पहुंचे भक्तों ने सत्यनारायण भगवान की कथा, भंडारे आयोजित किए। कुछ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति पर नर्मदा तट पर बालू के शिवलिंग बनाकर शिव आराधना की। कन्याओं को अन्न दान कर पुण्य लाभ कमाया।
मेले में रही रौनक
ज्यादातर लोग परिवार सहित नर्मदा स्नान करने पहुंचे। लोगों ने यहां कंडे की अंगीठियां लगाकर भोजन-प्रसादी बनाई। खासकर दाल, बाटी और भरत बनाकर लोंगों ने मकर संक्रांति पर्व मनाया। सभी तटों पर मेले की रौनक रही। बच्चों ने मिठाईयां और खिलौने खरीदे तो बड़ों ने जरूरी सामान की खरीददारी की। वहीं आज 15 जनवरी को भी लोगों द्वारा मंक्रर संक्राति का पर्व मनाया जाएगा।