हादसों में बीता सोमवार एक की मौत,10 घायल

रायसेन, 16 जनवरी। रायसेन जिले में अलग अलग हादसों की वजह से सोमवार का दिन हादसों में बीतता हुआ नजर आया। जिले के उदयपुरा में नर्मदा स्नान करने के बाद वापिस श्रद्धालु लोट रहे थे तभी ग्राम रहली के पास ट्रेक्टर अनियंत्रित हो गया और पलट गया। इस हादसे में 10 श्रद्धालु घायल हो गए। जिनमें तीन की हालत नाजुक बनी हुई है।
वहीं दूसरा हादसा दीवानगंज के पास स्थित कुल्हाडिय़ा में हुआ जहां एक बुलेरो ने1 बाइक सवारों को रौंद दिया। जिसमें एक बाइक सवार की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं तीसरा हादसा सांची के पास स्थित होटल सम्बोधी के पास हुआ जहां चलती कार में गैस किट फट जाने की वजह से कार सवार बाल बाल बच गए। मिली जानकारी के अनुसार उदयपुरा के ग्राम रहली के पास पलटी ट्रेक्टर ट्राली में बबीता बाई प्रजापति 35साल सिमरमऊ, 12 वर्षीय सौरभ पुत्र बबलू प्रजापति, प्रेम बाई पत्नी करोड़ी लाल उडदमऊ, हल्की बाई पत्नी लक्ष्मण सिंह 35साल उडदमऊ,जानकी प्रजापति घायल हुए हैं। स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के बाद जानकी बाई, सौरभ और बबीता बाई को उपचार के लिए भोपाल रिफर कर दिया गया। वहीं दीवानगंज के कुल्हाडिया के पास एक बोलेरा के चालक ने दो बाइक सवारों को टक्कर मार दी। जिससे बालमपुर निवासी गोलू पुत्र चेन सिंह उम्र 22 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बाइक सवार राजकुमार पुत्र खेत सिंह, मलखान पुत्र खेतसिंह गीतगढ़ और रमेश पुत्र घीसी लाल निवासी अहमदपुर गंभीर रूप से घायल हो गए,जिन्हें उपचार के लिए में भोपाल रिफर कर दिया। सलामतपुर थाना प्रभारी देवेंद्र पाल ने बताया कि मृतक का पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। अज्ञात जीप चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया गया है। वही तीसरा हदसा सांची के पास स्थित संबोधी होटल के सामने सोमवार की दोपहर को एक कार में अचानक आग लग गई। कार में बैठे यात्रियों के उतरते ही कार से लपटें निकलगी लगी। सांची की दमकल ने मौके पर पहुंच कर कार मेें लगी आग को बुझाया। कार व्यापारी दिनेश अग्रवाल की बताई जा रही है। जिन्होंने बताया कि वे भतीजे देवांशु की शादी के लिए सामान खरीदने भोपाल जा रहे थे। सांची में कार से जलने की बदबू आई, गाड़ी से उतरकर देखा तो तारों में आग लगी थी। उन्होनें कार में बैठी चंदा अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल,खुशबू अग्रवाल,देवांशु अग्रवाल को कार से नीचे उतारा तभी गाड़ी से लपटें निकलने लगी। दमकल ने आकर कार की आग बुझाई। वहीं कार में रखे 40 हजार रूपए भी नगद जलकर खाक हो गए।
हादसों में गंभीर नहीं प्रशासन
जिले में आए दिन हो रहे हादसों से सड़के खून से लाल हो रही है। लेकिन इन हादसों को कैसे रोका जाए किसी के पास समाधान नजर नहीं आ रहा है। पुलिस सिर्फ बाइक सवारों से चालानी कार्रवाई तक सीमित है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा सिर्फ सड़क हादसों को रोकने के लिए कागजी बैठक आयोजित कर ली जाती है और बैठक के दौरान आने वाले सुझावों पर अमल नहीं होने से जिले के डेंजर जोन पर आए दिन मौत का ताडंव मचा हुआ है। वहीं रफ्तार पर लगाम लगाए जाने लिए भी अभी तक कोई प्रयास नहीं होते हुए नजर आ रहे है।