घरेलू हिंसा को रोकने लोगों में जागरूकता लाने मिनी मैराथन संपन्न

निज संवाददाता
खुरई, 1६ जनवरी। नगर के गुरूकुल ज्ञानोदय विद्यालय द्वारा 14 जनवरी मकर संक्रान्ति के अवसर पर मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाता रहा है। रविवार को मकर संक्रान्ति के पर्व पर यह मैराथन दौड़ सुबह 8:00 बजे आरंभ की गई। इस दौड़ में विभिन्न वर्गों के करीब 1500 प्रतिभागी शामिल हुये। मैराथन में 14 वर्ष से लेकर 65 वर्र्ष से उपर तक के लोगों ने भाग लिया। इस वर्ष इस मैराथन आयोजन का मुख्य उद्देश्य घरेलू हिंसा को रोकने हेतु लोगों में जागरूकता लाने का रहा। मैराथन के दौरान धावकों का नगर में नागरिकों द्वारा जोरदार उत्साहवर्धन किया गया।
विजयी प्रतिभागियों को नगद राषि, प्रमाण पत्र एवं ट्राफ ी मुख्य अतिथि द्वारा सम्मान स्वरूप प्रदान की गई। स्वतंत्र पुरूष (18 से 50 वर्ष तक) 10 किलो मीटर रेस में प्रथम 11000 रूपये, द्वितीय 3000 रूपये एवं तृतीय 2000 रूपये प्रदान किये गये। जूनियर बालक (5 वर्ष से 14 वर्ष तक) 6 कि.मी. के प्रतिभागियों को प्रथम 3000 रूपये, द्वितीय 2000 रूपये एवं तृतीय 1000 रूपये, जूनियर बालिका (5 से 14 वर्ष तक) 4 कि.मी. प्रथम 3000 रूपये, द्वितीय 2000 रूपये एवं तृतीय 1000 रूपये, सीनियर बालक (14 से 18 वर्ष) 10 कि.मी. रेस में प्रथम 5000 रूपये, द्वितीय 3000 रूपये एवं तृतीय 2000 रूपये, सीनियर बालिका (14 से 18 वर्ष) 6 कि.मी. रेस में प्रथम 5000 रूपये, द्वितीय 3000 रूपये एवं तृतीय 2000 रूपये वहीं सीनियर ग्रुप (50 से 65 वर्ष तक) 1 कि.मी. एवं सीनियर सिटिजन (65 वर्ष से अधिक) को 1 कि.मी. की रेस में प्रथम तीन विजेताओं को सर्टिफिकेट एवं ट्राफ ी प्रदान की गई।
यह रहे विजेता
जूनियर बालक वर्ग के अंतर्गत – प्रथम चन्द्रप्रकाश कुशवाहा, द्वितीय सौरभ लोधी एवं तृतीय मनीश लोधी जूनियर बालिका वर्ग के अंतर्गत -प्रथम आस्था रजक, द्वितीय काजल रजक एवं तृतीय संजना अहिरवार सीनियर बालक वर्ग के अंतर्गत – प्रथम रोहित कुर्मी, द्वितीय हेमंत ठाकुर एवं तृतीय रविन्द्र ठाकुर सीनियर बालिका वर्ग के अंतर्गत – प्रथम शिवानी कुर्मी, द्वितीय निशा कुर्मी एवं तृतीय गायत्री यादव स्वतंत्र पुरूष के अंतर्गत -प्रथम अशोक कुमार भोपाल, द्वितीय पवन रायकवार सागर एवं तृतीय मनोज यादव सागर सीनियर गु्रप के अंतर्गत – प्रथम विनोद कुमार ठाकुर, द्वितीय इमरान खान एवं तृतीय सूर्यनारायण चौबे सीनियर सिटिजन के अंतर्गत -प्रथम कन्हैयालाल, द्वितीय डॉ. अशोक कुमार जैन एवं तृतीय कन्हैयालाल विश्वकर्मा रहे।