जनता से वादा खिलाफी: मायावती

लखनऊ, 16 जनवरी। बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को अपने जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। इसके अलावा उन्होंने चुनाव आयुक्त पर भी सवाल उठाए और कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव कराने में घबराहट क्यों है? उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए, क्योंकि जनता से वादा खिलाफी की आवाज चारों तरफ से उठने लगी है।
मायावती ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि हर-हर मोदी, घर-घर मोदी वाले नरेंद्र मोदी जी इस बार गुजरात में बाहर होते-होते बचे हैं। गुजरात में अगर दलितों का 18 से 20 फीसदी वोट होता तो फिर वह बाल-बाल नहीं बच पाते, ऊना कांड ही मोदी को बेघर कर देता।
मायावती ने मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार संविधान और कानून बदलना चाहती है, उनकी सरकार के मंत्री कहते हैं कि देश का संविधान बदला जाएगा, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ईवीएम में गड़बड़ी के कारण भाजपा के नेता निरंकुश हो गए हैं, अगर भाजपा के लोग खुद को ईमानदार और दूध का धुला मानते हैं तो फिर यह लोग आने वाले सभी चुनाव बैलट पेपर से करवाने से घबराते क्यों हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी संभावना है कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ-साथ लोकसभा चुनाव भी करवा सकती है। मायावती का जन्मदिन इस बार जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, इस मौके पर उन्होंने अपने जीवन पर आधारित किताब के 13वें संस्करण मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा का विमोचन किया, इस किताब को ब्लू बुक नाम दिया गया है। मायावती ने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस और बीजेपी ने हर वर्ग को नुकसान पहुंचाया है, आज हर राज्य में सांप्रदायिक और जातिवाद का माहौल बनाया जा रहा है, कांग्रेस और भाजपा चोर-चोर मौसरे भाई हैं, अंबेडकरवादी पार्टी बसपा को पूंजीवादी सोच वाली पार्टियां बढ़ते हुए नहीं देखना चाहतीं। पहले कांग्रेस एंड कंपनी और अब बीजेपी एंड कंपनी हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है।