पावन ग्राम ग्वारी में गंदगी का आलम

तेंदूखेड़ा, 16 जनवरी। एक तरफ जहां स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सफाई अभियान चलाकर प्रत्येक ग्राम को साफ स्वच्छ रखने की अलख जगाई जा रही है वहीं दूसरी तरफ चांवरपाठा विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत ग्वारी में गंदगीपूर्ण आलम के साथ सड़कों पर निस्तार का पानी और जगह जगह बड़े बड़े कचड़ों के ढेर लगे होने से ग्राम में जहंा मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। वहीं अपने आप में पावन ग्राम का बोर्ड लगाकर बैठे सरपंच द्वारा बोर्ड की तोहीन की जा रही है। हमारे प्रतिनिधी को मिली जानकारी के अनुंसार वार्ड क्र. 1, 5 एवं 8 की तो यह स्थिति है कि सकरे संक्रीर्ण मार्गों से जहंा निकलना दुभर हो रहा है वहीं कीचडय़ुक्त माहौल होने के कारण ग्रामीण हैरान परेशान देखे सुने जा रहे है। साथ ही कचड़ों के ढेर भी मुख्य सड़क मार्गों पर लगे हुये है ग्रामीणों का कहना है कि साफ-सफाई की दिशा में ग्राम पंचायत द्वारा किसी भी प्रकार की कोई पहल नहीं की जाती है। और न ही ग्राम पंचायत के सदस्यों को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी दी जाती है। ग्राम पंचायत में लाखेां रुपये होने के बाबजूद भी सरपंच और जी.आर.एस. मिलकर पूरी ग्राम पंचायत का बंटाधार करने में लगे हुये है। सरपंच की दबंगई के चलते ग्राम के लोग दवे स्वर में ही जानकारी दे पाते है उन्हें भय सताता है कि उनके द्वारा दी जाने वाली जानकारी के चलते उन्हें किसी येाजना से बंचित न किया कर दिया जाये। और डांट फटकार का सामना भी न करना पड़े। पूर्व में भी इस ग्राम पंचायत की भ्रष्टाचार में लिप्त जानकारियों का पर्दाफाश समाचार पत्रों के माध्यम से किया गया था लेकिन अधिकारियों के द्वारा इस दिशा में आजतक कोई उचित दंडात्मक कार्यवाही नहीं की है।
नाले की पुलिया गायब
शासन द्वारा जनहित से संबंधित समस्त समस्याओं के निराकरण की दिशा में भरपूर राशि आवंटित की जा रही है। लेकिन क्रियान्वयन करने वाली कड़ी के द्वारा अपने मनमाने तरीके से राशि का केवल र्दुरूपयोग ही किया जा रहा है। मजदूरों के नाम से जाब कार्ड बनाकर राशि जी.आर.एस. के द्वारा स्वयं राशि डकार ली जाती है। मशीनों से काम कराकर आज की स्थिति में भी अधूरे काम पड़े होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। सर्रा जाने वाले मार्ग पर केवल नाला खोदकर डाल दिया गया है। उसपर पुलिया न डल पाने के कारण वरसात जैसे समय में लोगों को निकलने में परेशानी हो रही है। तथा नाले के नाम पर आई पुलिया स्वयं के उपयोग में खेतों तक डाल ली गई है।
झोरे को जाने के लिए नहीं है रास्ता
ग्राम के लोगो ने हमारे प्रतिनिधी को बताया कि झोरे जाने के लिये ग्राम का जो रास्ता है अत्यंत दयनीय स्थिति में बना हुआ है। दलदल पूर्ण स्थिति होने के कारण ग्राम के किसानों को अपने अपने खेतों से उपज लाने ले जाने में काफी हैरानी परेशानी हुआ करती है। और वरसात के दिनों में दलदल पूर्ण स्थिति इस मार्ग की बन जाती है। सोचनीय विषय तो यह बना हुआ है कि ग्राम के सरपंच द्वारा अपने मकान तक पक्के सड़क मार्ग का निर्माण कर लिया है। तथा खेत तरफ जाने वाली सड़क जो आधी अधूरी दो माह पूर्व ही बनाई गई है सड़क मुंह फाड़कर अपने भ्रष्टाचार की कहानी स्वयं बया कर रही है।