राजधानी की शत्रु संपत्ति की हो गई नीलामी!

सिटी रिपोर्टर
भोपाल, 16 जनवरी। युद्ध के समय भारत छोड़कर चीन और पाकिस्तान जाने वाले लोगों की प्रापर्टी को लेकर फिर जांच शुरु हो सकती है। हाल ही में केंद्र सरकार ने ऐसी प्रापर्टियों को नीलाम करने की कार्रवाई शुरु कर दी है। जिसके बाद जिला प्रशासन ने भी राजधानी की 131 प्रापर्टी के दस्तावेज खंगालना शुरु कर दिए हैं। दो प्रापर्टी जिसमें नानी की कोठी और नदीम रोड स्थित एक प्रापर्टी को जिला प्रशासन पहले ही कब्जे में ले चुका है। इन प्रापर्टी की जांच के बाद इनकी भी नीलामी की जा सकती है।
शत्रु संपत्ति कार्यालय मुंबई ने युद्ध के समय चीन और पाकिस्तान जाने वाले लोगों की 133 प्रापर्टी की लिस्ट वर्ष.2013 में भेजी थी, हालांकि कलेक्टर भोपाल ने इसकी जांच के बाद राजधानी में इतवारा स्थित नानी की कोठी और नदीम रोड स्थित एक प्रापर्टी को ही शत्रु संपत्ति माना है। शत्रु संपत्ति की लिस्ट में पाकिस्तान जाकर बसीं नवाब भोपाल हमीदुल्ला खान की बड़ी बेटी आबिदा सुल्तान की प्रापर्टी भी शामिल है। शत्रु संपत्ति कार्यालय आबिदा सुल्तान को बेगम ऑफ भोपाल मान रहा है। इधर जिला प्रशासन की जांच में आबिदा के नाम कोई प्रापर्टी नहीं मिली है।
भोपाल में 2168 प्रापर्टी शत्रु संपत्ति
शत्रु संपत्ति की जद में राजधानी की दो हजार एकड़ जमीन सहित करीब 2168 प्रापर्टीज हैं। यह प्रापर्टी शाहजहांनाबाद, जहांगीराबाद, चिकलोद, कोहेफिजा, ईदगाह, लालघाटी, हलालपुरा, बैरागढ़, लाऊखेड़ी, गिन्नौरी, तलैया, नवबहार, ऐशबाग, प्रोफेसर कॉलोनी, बैरसिया रोड, इस्लाम नगर, खजूरी, पीपलनेर, बैरागढ़ कलां और भौरी में है। इसमें से नानी की कोठी और एक अन्य प्रापर्टी को पहले ही सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है।
कोर्ट में पेश कर सरकार रिपोर्ट
जिला प्रशासन ने नवाब भोपाल की पर्सनल प्रापर्टी की जांच कराई है, जिसमें सिर्फ दो प्रापर्टी शत्रु संपत्ति मानी गर्इं हैं। सरकार को चाहिए कि इस रिपोर्ट को कोर्ट में पेश करे, जिससे केस को सुलझाने में मदद मिलेगी। हाईकोर्ट में चल रहे केस को देखते हुए इन प्रापर्टी से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।
राजेश पंचौली,
शर्मिला टैगोर के वकील