उद्यानिकी योजनाओं का लाभ लेकर समृद्ध बना किसान

भोपाल,1६ जनवरी। रायसेन जिले के उदयपुरा ब्लाक के गांव बेरसला के शंकर सिंह राजपूत प्रगतिशील किसान हैं। कुछ समय पहले तक शंकर अपनी 16 एकड़ कृषि भूमि में गेहूं चना सोयाबीन की फसलें ही लेते थे। इससे लगभग 6 लाख रुपये की सालाना आमदनी प्राप्त होती थी। अब परम्परागत खेती के साथ-साथ उद्यानिकी फसलें भी ले रहे हैं। इससे उन्हें 10 लाख रुपये प्रति वर्ष तक शुद्ध आय प्राप्त हो रही है।
उद्यानिकी विभाग द्वारा आयोजित कृषक प्रशिक्षण में भाग लेकर शंकर ने उद्यानिकी फसलों की जानकारी तकनीक और मार्गदर्शन प्राप्त किया। 2017-18 में अपनी कृषि भूमि में 1.50 एकड़ में हायब्रिड बैंगन का उत्पादन लिया। शंकर ने 25 अक्टूबर से 10 दिसम्बर के बीच लगभग 3 लाख 50 हजार रुपये की अपनी उत्पादित सब्जी बेची। मार्च 2018 तक उत्पादित होने वाली फसल भी 3 लाख 50 हजार रुपए में विक्रय होने की संभावना है। कृषक शंकर सिंह राजपूत अपनी 1.50 एकड़ कृषि भूमि में एक फसल में 7 लाख रुपए तक कमाने में सक्षम हो गये हैं। इसमें शुद्ध आय लगभग 5 लाख रुपये निश्चित है।
प्रगतिशील किसान शंकर सिंह राजपूत ने उद्यानिकी योजनाओं का भरपूर लाभ लिया है। इन्होंने 50 मैट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडार गृह और पैक हाउस तथा ट्रेक्टर रोटावेटर सहित अन्य सुविधायें जुटा ली हैं। क्षेत्र के अन्य किसान शंकर सिंह से प्रेरणा लेकर उद्यानिकी फसलों की ओर बढ़ रहे हैं। हायब्रिड किस्मों के अनाज और सब्जी की फसल लेने में किसान रूचि ले रहे हैं।

टिकरिया बनेगा लाख उत्पादक गांव
कटनी जिले के टिकरिया गांव की पहचान अब लाख उत्पादक गांव की होगी। इसके लिए गांव की 10 महिलाओं ने समूह गठित कर एक क्विंटल लाख के कीड़ों को पेड़ों पर प्लांट कर दिया है। टिकरिया गांव की महिलाओं के समूह को लाख उत्पादन कार्य से जुडऩे की प्रेरणा आत्मा परियोजना से मिली। कटनी जिले में कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि कलेक्टर कटनी सहित कई अन्य अधिकारी और दूसरे ग्रामों की महिलाएं टिकरिया गांव में महिलाओं द्वारा शुरू किये गये लाख उत्पादन के कार्य को देख चुकी है। महिलाओं ने बताया कि उन्हें एक पेड़ से लगभग 15 से 20 किलोग्राम लाख के उत्पादन होने की उम्मीद है।