रंग लाई कलेक्टर की सख्ती

बेरोजगार युवाओं की मदद को आगे आई बैंक
सिटी रिपोर्टर
भोपाल 3 दिसंबर। कलेक्टर डॉ सुदाम खाडे की मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और युवा उद्यमी योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को लोन नहीं देने वाले बैंकों पर सख्ती के बाद बैंकों से दिए जाने वाले लोन का प्रतिशत बढ़ गया है। इसमें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में बैंक भेजे गए प्रकरणों में 40 फीसदी प्रकरणों में लोन बांटे गए हैं, जबकि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत 65 पुीसदी युवाओं को लोन दिया है। इधर अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के युवाओं को लोन देने में भी तेजी आई है।
जिले में बेरोजगारों को खुद का कारोबार स्थापित करने के लिए सरकारी स्तर पर अलग-अलग योजनाओं में बैंकों से लोन दिया जाता है। जिसके तहत मुख्यमंत्री स्वरोजगार, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी, प्रधानमंत्री सृजन सहित अन्य योजनाओं के तहत लोन दिया जाता है। जिले में मुख्यमंत्री स्वरोजगार और युवा उद्यमी में युवाओं को लोन नहीं देने के बाद कलेक्टर डॉ सुदाम खाडे ने प्रति मंगलवार को बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने का प्लॉन तैयार किया था। जिसके बाद पिछले तीन महीने के बाद स्वरोजगार योजना में अब तक 851 प्रकरण भेजे गए थे, जिनमें से 470 युवाओं को लोन दिया गया है। इसी तरह युवा उद्यमी योजना के तहत 146 केसों में से 55 केसों में युवाओं को लोन दिया गया है। इधर अनुसूचित जाति और जनजाति के मामलों को लेकर कलेक्टर ने बैंक अफसरों से कहा है कि इस वर्ग के लोगों को लोन नहीं देने पर बैंक अफसरों के खिलाफ प्रताडऩा का मामला दर्ज कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री सृजन में पिछड़ा जिला
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत जिला उद्योग केंद्र को 117 प्रकरण मिले, जिसमें से सिर्फ 7 केसों में लोन दिया गया है, जबकि खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को मिले 60 केसों में से बैंक ने 12 में लोन दिया है। इसी तरह खादी ग्रामोद्योग आयोग 50 केसों में से 4 युवाओं को ही लोन दिया गया है।
इनका कहना है…
सभी बैंको को सरकार की स्वरोजगार योजनाओं के तहत लोन देना पड़ेगा। जल्द ही पेंडिंग केसों को भी निपटाया जाएगा।
डॉ सुदाम खाडे, कलेक्टर