प्रवीण तोगडिय़ा के आरोपों पर राजनीति

अहमदाबाद, 17 जनवरी। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा ने अपने एनकाउंटर की साजिश की आशंका जताते हुए इशारों में बीजेपी पर निशाना साधा, तो विरोधियों को सत्ताधारी दल को घेरने का मौका मिल गया। तोगडिय़ा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल उनसे मिलने पहुंच गए। हार्दिक अभी वहां से निकले ही थे कि कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया भी तोगडिय़ा का हाल जानने पहुंच गए। दोनों नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वैचारिक मतभेदों से इतर सुरक्षा के मुद्दे पर उनकी सहानुभूति तोगडिय़ा के साथ है। कांग्रेस का यूं तोगडिय़ा को समर्थन देना, उसकी सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति का विस्तार माना जा रहा है।
इससे पहले भी हार्दिक पटेल ने सोमवार को तोगडिय़ा के लापता होने के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट करके उनका समर्थन किया था। हार्दिक ने अपने पहले ट्वीट में कहा, सिक्योरिटी होने के बावजूद भी प्रवीण तोगडिय़ा जी गायब हो जाते हैं। सोचने की बात है कि आम आदमी का क्या हो सकता है। प्रवीण तोगडिय़ा जी ने पहले भी कहा था कि उनकी जान को खतरा है।
अपने दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी और बीजेपी पर तंज कसते हुए हार्दिक ने कहा, मनमोहन सिंह जी के सरकार में प्रवीण तोगडिय़ा जी अगर लापता हो जाते, तो बीजेपी पूरे देश में हिंसा कर देती। भक्तों को जो बोलना है वे बोल सकते हैं, क्योंकि इस मुद्दे पर अगर नहीं बोले तो साहब तनख्वाह नहीं देंगे।
हार्दिक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिय़ा ने भी तोगडिय़ा से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, तोगडिय़ा बीजेपी से करीबी से जुड़े रहे हैं। वह बीजेपी की हरकतों को जानते हैं। राजस्थान पुलिस पहले भी कई फर्जी एनकाउंटर कर चुकी है। इसी तरह से पहले भी कई लोगों की फर्जी एनकाउंटर में हत्या हो चुकी है। इसकी जांच होनी चाहिए। बीजेपी में अपने विरोधियों को हटाने के लिए अंदरुनी दंगल चल रहा है। अगर जांच होगी तो इस पर रोक लगेगी।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भारत सोलंकी ने मामले प्रतिक्रिया देते हुए कहा, आप जानते हैं कि बीजेपी में क्या हुआ है। गुजरात में कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो गई है। प्रवीण तोगडिय़ा के आरोपों की जांच होनी चाहिए।
बता दें, तमाम कयासों के बाद तोगडिय़ा ने खुद यह बात स्वीकार कर ली है कि वह राजस्थान पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए गायब हुए थे। तमाम कयासों के बीच आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवीण तोगडिय़ा ने दावा किया कि राजस्थान पुलिस ने उनके एनकाउंटर की साजिश रची थी, इसलिए वह खुद वीएचपी दफ्तर से गायब हो गए थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि वह हिंदू एकता के लिए प्रयास कर रहे हैं, इसलिए उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। तेज-तर्रार और आक्रामक छवि की पहचान रखने वाले तोगडिय़ा अपनी बात कहते हुए कई बार भावुक हो गए। उनकी आंखों में आंसू नजर आ रहे थे। तोगडिय़ा ने कहा कि देशभर में सामाजिक गतिविधियों के कारण उन पर कई केस लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, मेरे पास उन मामलों की जानकारी भी नहीं है। मुझे अरेस्ट कर के एक जेल से दूसरी जेल भेजकर डराने की कोशिश की जा रही है। ये सिलसिला गुजरात से शुरू हुआ था और मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का काफिला मुझे गिरफ्तार करने आया। यह हिंदुओं की, मेरी आवाज दबाने के कदमों का एक हिस्सा है।