जिनके नाम आए उनके परिवार में खुशी का माहौल

भोपाल, 17 जनवरी। राजधानी कमला पार्क निवासी अब्दुल हसीब पिछले चार साल से हज पर जाने के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन इस बार चार साल वालों को आरक्षित श्रेणी से बाहर कर दिया गया, जिसकी वजह से नया आवेदन किया था, जिससे कुरआ में नाम आ गया है। उनके साथ पत्नी का नाम भी आया है। पांचवे साल में हज पर जाने का मौका मिलने से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
मंगलवार को मप्र हज हाउस में 19 हजार 373 सीटों के लिए कुरआ निकाला गया, जिसमें से 3 हजार 869 लोगों को हज पर जाने का मौका मिला है। इधर 70 साल से ज्यादा उम्र वाले 559 लोगों को पहली बार में हज पर जाने का मौका दिया गया है। इसी तरह 4 महिलाओं को गैर मेहरम की श्रेणी में चुना गया है। हज-2018 पर जाने वाले लोगों के लिए मंगलवार को हज हाउस में कुरआ निकाला गया है। जिसके तहत इस बार आने वाले 19 हजार 373 आवेदकों में से 3 हजार 869 सीटों के लिए कुरआ निकाला गया। कुर्रा कार्यक्रम अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ललिता यादव की मौजूदगी में किया गया। इस साल प्रदेश से हज के लिए 4 हजार 432 सीटों का कोटा दिया गया है।
4 हजार 432 हज सीटों में से आरक्षित श्रेणी-ए (70 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग वाले हज आवेदक) की 559 सीटें एवं बिना मेहरम के, 4 सीटें बिना कुर्रा के आवंटित की जा रही हैं। इसके बाद शेष 3 हजार 869 हज सीटों में से सामान्य श्रेणी के 19 हजार 373 आवेदकों का कंप्यूटरीकृत कुर्रा निकाला गया। इसके बाद हज आवेदकों की वेटिंग लिस्ट बनाई गई है।