ट्रांसपोर्टर की मिलीभगत से गेहूं पहुंचा व्यापारी के गोदाम

मामला: सरकारी गेहूं की हेरा-फेरी का
जिला प्रबंधक सस्पेंड, ट्रांसपोर्टर ब्लैक लिस्टेड
सिटी रिपोर्टर
भोपाल, 6 दिसम्बर। सोमवार को करोंद गल्ला मंडी में विक्की ट्रेडर्स के गोदाम से जब्त गेहूं के मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल यह गेहूं एक मदरसे को दिया गया था, जिसको ट्रांसपोर्टर की मिलीभगत से खुले बाजार में बेचने के लिए व्यापारी के गोदाम तक पहुंचाया गया था। मंगलवार को जब्त तुलवाई कराई गई, जिसमें 888 क्विंटल गेहूं निकला है। जब्त गेहूं को वेयर हाउस के गोदाम में रखवाया गया है। यह गेहूं मोती मस्जिद के पास स्थित जामिया इस्लामिया अरेबिया मदरसे को दिया गया था। जिसे मंडी में व्यापारी के यहां से जब्त किया गया है। इधर सोमवार को सील किए गए चावल के गोदाम की जांच में 144 क्विंटल सरकारी चावल मिला है। यह चावल मप्र स्टेट सिविल सप्लाइज कारपोरेशन की बोरियों में भरा हुआ था। जिला प्रशासन की टीम ने सिमरन ट्रेडर्स के यहां से जब्त चावल को वेयर हाउस में भेजकर सैंपल लेबोरेटरी जांच के लिए भेजे हैं। सरकारी गेहूं बाजार में बिकने की सूचना के बाद सील गोदाम को मंगलवार एडीएम जीपी माली की मौजूदगी में खोला गया, जिसमें 1551 बोरियों में 888 क्विंटल गेहूं जब्त किया है। यह गेहूं मोती मस्जिद के पास स्थित जामिया इस्लामिया अरेबिया मदरसे का है। मदरसा संचालक अब्दुल मजीद ने बताया कि सोमवार को नागरिक आपूर्ति निगम से 1290 क्विंटल गेहूं मिला था, जिसमें से 775 क्विंटल गेहूं विक्की ट्रेडर्स को सफाई के लिए दिया गया है। शेष गेहूं मदरसे के गोदाम में सुरक्षित रखा हुआ है। जिला प्रशासन ने विक्की ट्रेडर्स के संचालक अयाज खान की गैर मौजूदगी में गोदाम की सील तोड़कर जब्त कर लिया है। जब्त गेहूं को मप्र स्टेट वेयर हाउस के गोदाम में रखा गया है। इधर मंडी परिसर में सिमरन फूड्स के गोदाम की जांच में 144 क्विंटल सरकारी चावल मिला है। यह चावल मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कारपोरेशन की बोरियों में भरकर रखा गया था। गोदाम संचालक रवि आहुजा ने एक महीने पहले 250 क्विंटल चावल की बिल्टी पेश की है। जिसकी जांच की जा रही है। इधर संचालक स्टॉक रजिस्टर पेश नहीं कर पाया। टीम ने यहां से चावल जब्त कर वेयर हाउस के गोदाम में भेज दिया है। चावल के लीगल नमूने लेकर इसकी जांच की जाएगी।
आगे से सील, पीछे से खुला छोड़ गए अफसर: सोमवार को सिमरन फूड्स में सरकारी चावल होने की आशंका पर खाद्य अधिकारी गोदाम को आगे से सील कर गए, जबकि पिछला शटर बिना सील किए चले गए। सुबह जब टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि पीछे का शटर खुला पड़ा है। इसके बाद यहां रखे चावल की तुलाई की गई, जिसमें स्टेट सिविल सप्लाई कारपोरेशन की पैक बोरियां मिली हैं, जिसमें चावल रखा गया था।
ट्रांसपोर्टर की भूमिका संदिग्ध: नागरिक आपूर्ति निगम ने मेसर्स खालिद ट्रांसपोर्ट सर्विसेज को गेहूं सप्लाई का टेंडर दिया है। ऐसे में सोमवार को नान के जेके रोड स्थित गोदाम से मदरसे और अन्य संस्थाओं में सप्लाई के लिए निकला गेहूं मंडी में व्यापारी के यहां कैसे पहुंच गया। इसको लेकर जांच की जा रही है। जिसके बाद ट्रांसपोर्टर को ब्लैक लिस्टेड कर कार्रवाई की जाएगी।
कहां गया 15 सौ क्विंटल गेहूं : नागरिक आपूर्ति निगम ने मेसर्स खालिद ट्रांसपोर्ट सर्विसेज को 1484 क्विंटल 10 किलो गेहूं दिया था, जिसमें जामिया इस्लामिया अरेबिया मदरसे को सितंबर 2017 से फरवरी 2018 तक का 1290 क्विंटल गेहूं सप्लाई किया गया था, जबकि मरियम सोसायटी स्कूल ऑफ मेंटली हैंडीकेप संस्था को 118 क्विंटल 26 किलो और आशा निकेतन स्कूल ऑफ हैंडीकेप को 115 क्विंटल 50 किलो गेहूं सप्लाई किया गया है। मंगलवार को इन संस्थाओं में भी एसडीएम की टीम ने गेहूं के स्टॉक की जांच की है।
नान के जिला प्रबंधक सस्पेंड, ट्रांसपोर्टर ब्लैक लिस्टेड: पूरे मामले में कलेक्टर ने नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबन्धक अरुण तिवारी को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं, वहीं परिवहन कांट्रेक्टर ट्रांसपोर्टर खालिद को भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। दरअसल पूरे मामले में इनकी भूमिका शुरू से ही संदिग्ध नजर आ रही थी।
इनका कहना है…
सरकारी गेहूं और चावल की अफरा-तफरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, इसकी सप्लाई मंडी के व्यापारियों को करने की बात सामने आई है। एडीएम की निगरानी में टीम लगी हुई है। जांच के बाद दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
-डॉ. सुदाम खाड़े, कलेक्टर