साढ़े सात बजे ही लग गया एक किलोमीटर तक लाइन
रायपुर। कोरोना वायरस के चलते डेढ़ माह से सुरापान के लिए तरस रहे मधप्रेमी इतने उतावले हो गए कि पौ फटते ही शराब दुकान का रुख कर लिया और देखते ही देखते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन के चलते लाइन सड़को के बाहर लगभग एक किलोमीटर तक पहुंच गई आशंका व्यक्त की जा रही है कि जैसे जैसे सिर पर सूरज चढ़ेगा वैसे वैसे मधप्रेमीयों की यह लाइन चार से पांच किलोमीटर तक न पहुंच जाए,उक्त फोटो हमारे सिटी रिपोर्टर राजेश अग्रवाल ने मोवा शराब भट्टी से प्रातःकाल 7:30 बजे लिया है तब भट्टी प्रारंभ भी नही हुई थी और लाइन सोशल डिस्टेंसिंग के चलते मोवा तालाब तक पहुंच गई थी वहां सुरक्षा के नाम पर दो पुलिस वाले लोगों को समझाइश और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने कहते नजर आए लोगों का शराब के प्रति दीवानगी ऐसे दिख रही थी जैसे तपते रेगिस्तान में किसी प्यासे को ठंडे पानी का चश्मा दिख गया हो. जब कि साढ़े सात बजे तक भट्टी भी प्रारंभ नही हुई थी उसके बावजूद एक किलोमीटर की लंबी लाइन देख कर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चढ़ते सूरज और बढ़ते समय के साथ यह लाइन और लंबी हो सकती है तथा सुरक्षा व्यवस्था और भी बढाई जा सकती है फिलहाल शराब बिक्री के दामों को लेकर अभी कोई भाव नही खुला है परन्तु राज्य सरकार ने प्रति बोतल पांच रुपये अतिरिक्त शुल्क लेने का एलान किया है जो शटर खुलने के पश्चात स्थिति स्पष्ट हो पाएगी सुरा प्रेमियों की यही दीवानगी शहर के अन्य क्षेत्रों की शराब दुकानों की बताई जा रही है जहां लोग भारी मात्रा में शराब लेने जद्दोजहद कर रहे है.अभी अभी दुर्ग और आसपास के क्षेत्रों से यह भी खबर मिल रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक दूरियां का पालन नही हो रहा है लोग बगैर मास्क से चेहरा ढंके फिजिकल डिस्टेंस यानी लाइन में चिपक कर शराब लेने खड़े है बताते चले कि चार मई से कुछ आवश्यक वस्तुओं की बिक्री प्रारंभ की गई है केंद्र सरकार के साथ राज्यों में भी मदिरालय के शटर उठ गए है लेकिन सबसे अहम बात यह है कि इसकी अनुमति शासन के गाइड लाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आवश्यक है परन्तु अनेक स्थानों में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका अनुपालन नही किया जा रहा है जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
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