
मप्र के 28 विधानसभा उपचुनावों में पहली बार ऐसा हो रहा है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेता प्रिंट मीडिया के बिना चुनाव लड़ रहे हैं। बताया जाता है कि दोनों दलों के मीडिया प्रभारियों ने लोकल, वोकल और सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार अभियान को अंजाम दिया है, लेकिन जब आज मतदान के लिए दो दिन बाकी हैं तो प्रिंट मीडिया की याद बमुश्किल आई। बड़े समूहों ने नाराजगी जाहिर की तो बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने स्थिति को संभाल लिया। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ टस से मस नहीं हुए। इसी के चलते भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने यह कहकर माहौल ठीक कर लिया- भाई साहब चिंता मत करिए, अपनी ही सरकार रहेगी, चुनाव के बाद सब ठीक हो जाएगा। और दूसरी तरफ जब कांग्रेस मीडिया प्रभारी भूपेन्द्र गुप्ता से पिं्रट मीडिया वालों ने बात की तो उन्होंने भी एक अविश्वसनीय दांव खेला, कहा चिंत मत करिए, कमलनाथ की सरकार बन रही है, सरकार बनने के बाद सब ठीक हो जाएगा। मप्र में पहली बार ऐसा हुआ है कि न तो मुख्यमंत्री ने इस बात की जहमत उठाई कि पिं्रट मीडिया से बात की जाए और न ही कमलनाथ ने कहा कि उन्हें प्रिंट मीडिया की जरूरत है। इसलिए इस बात का लिखा जाना कि दोनों दलों के मीडिया प्रभारियों ने बेहद चतुराई से प्रिंट मीडिया को टहलाने में कामयाबी हासिल की है। -खबरची