ऊर्जा विभाग के मामलों में अब नहीं होगा किसी का हस्तक्षेप
रजत परिहार
भोपाल, 10 दिसंबर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रशासनिक टीम में वैसे तो लगभग सभी आईएएस अधिकारियों को फ्री हैंड दे रखा है। जो अपने-अपने विभागों में बिना किसी हस्तक्षेप के निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। जिस तरह से मुख्यमंत्री ने बीते दिनों पहले वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के फेरबदल कर 1988 बैच के आईएएस आईसीपी केसरी को वापस दिल्ली से प्रदेश बुलाकर ऊर्जा विभाग का प्रमुख सचिव बनाकर उन्हें फ्री हैंड दिया है, इससे लगता है कि जल्द ही ऊर्जा विभाग में कोई बड़ा निर्णय होने वाला है। आईसीपी केसरी ऊर्जा विभाग में अब आमूल-चूल परिवर्तन के लिए पूरी तरह स्वतंत्र होंगे। हालांकि मुख्यमंत्री ने उन्हें मध्यप्रदेश भवन नई दिल्ली का भी अतिरिक्त प्रभार सौंप रखा है। बताया जा रहा है कि आईसीपी केसरी ने आते से ही ऊर्जा विभाग के अंतर्गत आने वाली सभी बिजली कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर फीडबैक लिया है और सभी कंपनियों के एमडी को आगे की रूपरेखा भी बता दी है कि ऊर्जा के क्षेत्र में अब किस तरह से काम करना है। उनके इस तरह के अंदाज को देखकर सभी लोग यह कहने से नहीं चूके कि मुख्यमंत्री ने इन्हें पूरा फ्री हैंड दे दिया है। आईसीपी केसरी के सामने सबसे बड़ी समस्या कोयले को लेकर है कि किस तरह से पावर प्लांटों में कोयला का स्टॉक बढ़ाया जाए। क्योंकि अभी प्रदेश के सभी थर्मल पावर प्लांट में रोज लाओ और रोज खाओ जैसे स्थिति है। अभी आने वाले समय में बिजली की डिमांड और उछाल आने वाला है, जिसकी तैयारी इन्हें अभी से करना होगा।
केंद्र में अच्छे संबंधों का मिलेगा लाभ
वैसे तो केंद्र और राज्य में भाजपा की ही सरकार है, इसके बाद भी मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार से कम कोयला मिल रहा है। जिसे लेकर बीते दिनों पहले मुख्यमंत्री ने भी केंद्रीय कोयला मंत्री को पत्र लिखकर कोयले की मांग की थी। वैसे आईसीपी केसरी के केंद्र सरकार में कई सचिव स्तर के आईएएस अधिकारियों से बेहद अच्छे संबंध हैं, जिसका लाभ प्रदेश को जरूर मिलेगा। सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय ऊर्जा तथा कोयला मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों से इनका संवाद बहुत अच्छा है।
एमपी जेनको का अगला एमडी कौन?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ऊर्जा प्रमुख सचिव आईसीपी केसरी एमपी जेनको (मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी) का अगला एमडी किसे बनाते हैं। इस बात की चर्चा इन दिनों एमपीईबी मुख्यालय जबलपुर में जोरों पर चल रही है। सभी लोग एक ही बात कर रहे हैं कि एमपी जेनको का अगला एमडी कौन होगा? मंत्रालय के अतिभरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि इस बार एमडी का फाइनल निर्णय आईसीपी केसरी लेंगे। जो पावर जनरेटिंग कंपनी में से ही किसी अधिकारी को सामने लाएंगे या फिर एनटीपीसी के किसी ईडी स्तर के इंजीनियर को अगला एमडी बनाते हैं, यह बात अभी गर्भ में है। लेकिन अगर एनटीपीसी से किसी को एमडी बनाते हैं तो शायद विरोध के स्वर तीखे हो सकते हैं। आपको यहां बता दें कि वर्तमान जेनको के एमडी आनंद प्रकाश भैरवे 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं।