कैसे मिलेंगे नव मतदाताओं को परिचय पत्र
सर्वर की धीमी गति ने बढ़ाई मुश्किलें
भोपाल 10 दिसंबर। फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली के संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य पिछले दो महीने से चल रहा है। इस दौरान निर्वाचन कार्यालय को 26 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं, लेकिन एआरओ सर्वर डाउन होने के कारण मतदाता परिचय पत्र बनाने का कार्य ठप पड़ा हुआ है। सर्वर डाउन होने के कारण न तो इंट्री हो रही है, न ही प्रिंट आउट निकल पा रहा है, जिसके चलते आवेदनकर्ता और निर्वाचन शाखा के कर्मचारी परेशान हैं। कलेक्टर डा सूदाम खाडे ने सर्वर की परेशानी को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को पत्र लिखा है। फोटो निर्वाचन नामावली के संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य पिछले कई दिनों से चल रहा है। इसके लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में लगाई गई है। पिछले करीब एक महीने से बीएलओ बूथों पर बैठकर आवेदन ले रहे थे। अब एक महीने से बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता सूची का सर्वे कर रहे हैं, साथ ही नए मतदाता परिचय बनाने, नाम में सुधार, जन्मतिथि में सुधार, पता बदलवाने के लिए आवेदन ले रहे हैं।
निर्वाचन शाखा को पहुंचे 26 हजार आवेदन
विभिन्न एसडीएम कार्यालयों की निर्वाचन शाखा के पास आवेदन पहुंचने का सिलसिला जारी है। नए मतदाता परिचय पत्र बनाने, मतदाता कार्ड में संशोधन कराने, जन्मतिथि सुधारने, पता बदलवाने के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। निर्वाचन शाखा के अधिकारियों के अनुसार अभी तक 26 हजार आवेदन पत्र पहुंच चुके हैं। आगामी 15 दिसंबर तक 14 हजार आवेदन और आने की संभावना है। अधिकारियों के अनुसार एआरओ का सर्वर डाउन होनेए धीमी गति से चलने के कारण काम में तेजी नहीं आ रही है। साफ्टवेयर पर न तो संशोधन की इंट्री अपडेट हो पा रही है और न ही कार्ड प्रिंट हो पा रहे हैं।साफ्टवेयर पर नहीं हो रही इंट्री
निर्वाचन शाखा में आवेदन तो पहुंच रहे हैं, लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण आवेदनों की इंट्री नहीं हो रही है। अधिकारियों की मानें तो अभी तक केवल 25 से 30 प्रतिशत आवेदनों की इंट्री ही हो पाई है। बीएलओ के पास आने वाले आवेदन कार्यालयों मेें पहुंच रहे हैं, लेकिन वे धूल खा रहे हैं।
आगामी 15 दिसंबर तक जारी रहेगा
नए मतदाताओं के पंजीकरण के लिए डोर-टू-डोर सर्वे अभियान अब 15 दिसम्बर तक चलाया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि डोर-टू-डोर सर्वे की बढ़ी हुई अवधि में दावे, आपत्तियां भी प्राप्त की जाएं तथा बीएलओ को घर-घर भ्रमण करने के निर्देश दिए जाएं ताकि यदि कोई मतदाता प्रथम राउण्ड में छूट गए हों तो उन्हें भी इस अवधि में शामिल किया जा सके।
पुराने साफ्टवेयर में मिनटों में होता था काम
निर्वाचन शाखा के अधिकारियों का कहना है कि पिछला साफ्टवेयर जिला स्तर का था, जिसके चलते उसकी गति तेज थी और मिनटों में साफ्टवेयर में इंट्री और सुधार कार्य हो जाता था। पिछले अक्टूबर माह से नया साफ्टवेयर शुरू किया गया है। यह साफ्टवेयर राष्ट्रीय स्तर का है। राष्ट्रीय स्तर का सर्वर होने के कारण यह धीरे चल रहा है, जिस कारण परेशान होना पड़ रहा है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर नहीं मिल पाएंगे कार्ड
राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य है कि देशभर के सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाएगीए जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी। इस सिलसिले में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाएंगे और उन्हें निर्वाचन फोटो पहचान पत्र सौंपे जाएंगे। निर्वाचन शाखा का सर्वर डाउन होने के कारण यह संभावना कम ही है कि सभी मतदाओं को मतदाता पहचान पत्र मिल पाएंगे।