भाजपा के आंतरिक सर्वे ने बढ़ाई प्रदेश नेतृत्व की चिंता
हृदेश धारवार
भोपाल, 12 दिसंबर। मध्यप्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने का सपना देख रही भारतीय जनता पार्टी के लिए 2018 का विधानसभा चुनाव आसान नहीं है। मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान ने तो 12 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद भी जनता पर अपना भरोसा कायम रखा है, लेकिन उनकी पार्टी के 40 फीसदी विधायक जनता के बीच अपना भरोसा खो चुके हैं। भाजपा की मातृ संस्था आरएसएस के आंतरिक सर्वे में भी यह बात सामने आई है।
प्रदेश की जनता शिवराज सिंह चौहान को चौथी बार भी मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है, लेकिन विधायकों के निरंकुश रवैए की वजह से आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है। मध्यप्रदेश में भाजपा पिछले 14 सालों से सत्ता पर काबिज है, इस वजह से पार्टी में एंटी इन्कबेंसी भी तेजी से बढ़ी है।
चुनाव जीतने के लिए भाजपा को करीब 90 विधायकों के टिकिट बदलने पड़ेंगे, जिनकी वजह से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। सागर, चंंबल, विंध्य, महाकौशल, मालवा संभाग क्षेत्र में भाजपा विधायकों की स्थिति ठीक नहीं है, इनमें से सबसे ज्यदा बुरी स्थिति विंध्य, और चंबल और महाकौशल संभाग की है, जहां भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। मालवा और सागर संभाग में अभी भी माहौल भाजपा के पक्ष में है। समय रहते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं क्षेत्र की स्थिति को भांपते हुए डैमेज कंट्रोल में लग गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान के बार-बार कहने के बाद भी विधायकों के रवैए में कोई सुधार नहीं आया है, जिसकी वजह से अब जनता के भीतर विधायकों के प्रति आक्रोश पनपता जा रहा है। जिसका खामियाजा भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
सूत्रों की मानें तो मध्यप्रदेश भाजपा अपने विधायकों आंतरिक सर्वे करवा रही है, यह सर्वे तीन चरणों में पूरा होगा, अभी पहला चरण पूरा हो चुका है, दो चरण का सर्वे होना अभी बाकी है। जिन विधायकों का अपने क्षेत्र में परफॉरमेंस बेहतर नहीं है, पार्टी ने उनकी सूची तैयार कर ली है। जिसमें सभी संभागों के लगभग 90 विधायकों के टिकिट बदले जाएंगे। संघ भी अपनी रिपोर्ट सौंप चुका है, चौथी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा को खराब छवि वाले विधायकों के टिकिट बदलने होंगे। दूसरी तरफ सर्वे में भाजपा के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह सामने आई है कि प्रदेश की जनता अभी भी मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान को पसंद करती है।