ऐश्वर्या राय बच्चन के बयानों के आधार पर अब उनके पति अभिषेक बच्चन से भी पूछताछ हो सकती है

सवा लाख पाउंड का हिसाब जानना चाहती है ED

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बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय

बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai) से ईडी ने सोमवार को पनामा पेपर्स मामले (Panama Papers Leak Case) में पूछताछ की थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ऐश्वर्या राय बच्चन के बयानों के आधार पर अब उनके पति अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) से भी पूछताछ हो सकती है. ईडी अभिषेक से यह पूछ सकती है कि सवा लाख पाउंड कहां और कैसे खर्च किए? क्या उन्होंने इसकी जानकारी आयकर विभाग या रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को दी थी?

वहीं सोमवार को ऐश्वर्या राय का फिल्मी दुनिया से अलग वास्तविक दुनिया के जांच अधिकारियों से पहली बार सामना हुआ. पूछताछ के दौरान अनेक बार ऐश्वर्या झिझकीं और जवाब के लिए जांच अधिकारियों की तरफ देखा. विदेश में कंपनी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पापा की कंपनी थी, पापा जानें. पूछताछ के दौरान ऐश्वर्या को दस्तावेज भी दिखाए गए.  विदेशी कंपनी एमिक पार्टनर्स लिमिटेड में दस्तावेजों पर उनके दस्तखत भी हैं. यह कंपनी विदेशी बिजनेस कंपनी नंबर 621448 थी. यह कंपनी 28 अक्टूबर 2004 को खुली थी. कंपनी के पैसों के स्रोत को लेकर भी ईडी ने एक्ट्रेस से सवाल पूछे. ऐश्वर्या से उनके बैंक खातों की जानकारी भी मांगी गई है.

ऐश्वर्या के पिता का साल 2017 में निधन हो चुका है. अब ऐश्वर्या के बयानों के आधार पर जल्द अभिषेक को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. पूछताछ में अनेक जरूरी तथ्य और बयानों की क्रॉस चेकिंग शुरू की जा रही है. बयानों के आकलन के बाद ईडी मुख्यालय कोई फैसला लेगा.

बता दें कि ऐश्वर्या जब ईडी ऑफिस में पेश हुईं, तो उन्होंने एजेंसी को कुछ दस्तावेज भी सौंपे. मामला साल 2016 में वॉशिंगटन स्थित ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आईसीआईजे) द्वारा पनामा की कानूनी फर्म मोसैक फोंसेका के रिकॉर्ड की जांच से जुड़ा है, जिसे ‘पनामा पेपर्स’ नाम से जाना जाता है.

इसमें विश्व के कई नेताओं और मशहूर हस्तियों के नाम सामने आए थे, जिन्होंने कथित तौर पर देश से बाहर की कंपनियों में विदेशों में पैसा जमा किया था. इनमें से कुछ के बारे में कहा गया है कि उनके पास वैध विदेशी खाते हैं. इस खुलासे में टैक्स चोरी के मामलों को सामने लाया गया था. इस मामले में भारत से संबंधित कुल 426 मामले थे. ईडी 2016-17 से बच्चन परिवार से जुड़े मामले की जांच कर रहा है.

इसने बच्चन परिवार को नोटिस जारी कर उन्हें 2004 से भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत और फेमा के तहत विनियमित अपने फॉरेन रेमिटेंस के बारे में बताने को कहा था. बच्चन परिवार ने उस समय एजेंसी को कुछ दस्तावेज सौंपे थे. सूत्रों ने कहा कि परिवार से जुड़ी कथित अनियमितताओं के कुछ अन्य मामले भी संघीय जांच एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. अमिताभ बच्चन के अभिनेता बेटे अभिषेक की पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन के बारे में आईसीआईजे ने कहा था कि अभिनेत्री ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स (बीवीआई) में 2005 में बनी एक विदेशी कंपनी से जुड़ी हैं.

अभिनेत्री के परिवार को भी इस विदेशी कंपनी का हिस्सा बताया गया था, जिसकी “50,000 डॉलर की प्रारंभिक अधिकृत पूंजी थी.” कंपनी कथित तौर पर 2008 में भंग कर दी गई थी. सूत्रों ने कहा कि अभिषेक बच्चन से भी पहले इस प्रकरण से जुड़े एक अन्य मामले में ईडी पूछताछ कर चुकी है.

सरकार ने पनामा पेपर्स और इसी तरह के वैश्विक टैक्स लीक मामलों की जांच की निगरानी के लिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष के अधीन केंद्रीय जांच एजेंसियों का एक बहु-एजेंसी समूह (एमएजी) बनाया था, जिसमें ईडी, भारतीय रिजर्व बैंक और वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) के अधिकारी भी शामिल हैं. इसने हाल ही में कहा था कि एक अक्टूबर, 2021 तक पनामा और पैराडाइज पेपर लीक में मामले में भारत से जुड़ी 930 हस्तियों/संस्थाओं के संबंध में कुल 20,353 करोड़ रुपये के अघोषित क्रेडिट का पता चला है.