केसरिया ध्वज लहराती निकली शोभायात्रा

श्री एकादश कुंडात्मक नवदिवसीय श्रीराम मारूति महायज्ञ का हुआ शुभारंभ

उज्जैन: श्री गुरू पंचामृत नवम पुष्प अमृत महोत्सव से भव्य शोभायात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। रामघाट से निकली जलयात्रा से धार्मिक नगरी उज्जैनी धर्ममय हो गई, केसरिया ध्वज फहराती संतों की इस यात्रा से शहर में सिंहस्थ की पेशवाई सा नजारा दिखाई दिया। जहां से भी यात्रा निकली फूलों की वर्षा हुई और जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। सैकड़ों महिलाएं सिर पर कलश रखकर निकली, हाथी, घोड़े, बग्घी यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे।
अभा श्री पंच रामानंदीय खाकी अखाड़ा के श्री महंत अर्जुनदास खाकी ने बताया कि क्षिप्रा तट पर ज्योतिषाचार्य पं. चंदन श्यामनारायण व्यास के आचार्यत्व मे 21 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा माँ क्षिप्रा का पंचामृत पूजन अभिषेक कर सौभाग्य सामग्री एवं चुनरी अर्पित की गई। पश्चात शास्त्रोक्त रीति अनुसार भगवान गणेश, वरुण, चोसठ योगिनी क्षेत्रपाल का पूजन कर सभी दिशाओं के देवताओं का पूजन एवं दीप बली अर्पित कर यज्ञ निर्विघ्न संपन्न होने की प्रार्थना की। तीर्थ पूजन कर कलशों में जल भर कर महिलाओं ने मस्तक पर धारण किया और रथ यात्रा प्रारंभ हुई। यात्रा में 21 रथ शामिल हुए एक रथ में गुरूदेव भगवान रामदुलारेदासजी महाराज का चित्र स्थापित था, दूसरे रथ में ज्योतिषाचार्य पंचागकर्ता पं. श्यामनारायण व्यासजी का चित्र स्थापित था, अन्य रथों में बाहर से आए हुए संत विराजमान हुए। शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए यात्रा मंगलनाथ रोड़ स्थित अंकपात चौराहे पर श्री राम जानकी मंदिर खाकी अखाड़ा में पहुंची जहां जल यज्ञशाला में स्थापित कर श्री एकादश कुंडात्मक नवदिवसीय श्रीराम मारूति महायज्ञ प्रारंभ हुआ। 4 जनवरी तक चलने वाले इस महायज्ञ को यज्ञाचार्य ज्यो. पं. चंदन श्यामनारायण व्यास द्वारा संपन्न कराया जाएगा। श्री महंत अर्जुनदास खाकी ने बताया कि श्री भगवान महाकाल की अध्यक्षता में श्री विभूषित साकेतवासी श्री गुरूदेव भगवान रामदुलारेदासजी महाराज के नवम् साकेतोत्सव में आज 28 दिसंबर को पूर्वांग, उत्तरांग, प्रायश्चिक हैमाद्रि स्नान पंचागकर्म, आचार्यदिवरण मंडप प्रवेश, पीठ देवताओं का स्थापन, अग्नि स्थापन, ग्रह स्थापन एवं यज्ञ प्रारंभ होंगे।